एप्पल ने इन सभी एप्स डेवलपर्स को फरीवरी में लाइसेंस जमा कराने के लिए कहा था। उन्हें लाइसेंस दिखाने की तारीख 30 जून तक की दी गई थी। बाद में एप्प्ल ने इस तारीख को बढ़ाते हुए 31 दिसंबर आखिरी तारीख तय की। इसके बावजूद डेवलपर्स ने कोई लाइसेंस नहीं दिखाया। इसके बाद एप्पल ने इन गेमिंग एप्स को हटा दिया। हटाए गए एप्स में Ubisoft, NBA 2K20 शामिल हैं। एक रिपोर्ट में बताया गया गया है कि तय समय में सिर्फ 74 एप्स ने लाइलेंस जमा किए हैं।
बताया जा रहा है कि एप्पल ने यह फैसला चीनी सरकार के दबाव के बाद लिया है। बता दें कि एप्पल चीन में स्थानीय नियमों को लेकर सरकारी दबाव का सामना कर रहा है। सरकारी दबाव के बाद ही कंपनी ने सभी गेम डेवलपर्स से सरकारी लाइसेंस की मांग की थी। बता दें कि एप्पल के एप स्टोर पर सभी पेड गेमिंग एप्स को इंटरनेट कंटेंट प्राइवाइडर लाइसेंस की जरूरत होती है।
बता दें कि चीन में एप्पल के प्रोडक्ट्स की काफी डिमांड है। एप्पल के लिए चीन एक बड़ा मार्केट है। केवल चीन से एपल एप स्टोर को गेमिंग एप्स से 16.4 बिलियन डॉलर्स की कमाई होती है। हालांकि चाइनीज एप्स पर एप्पल द्वारा इस तरह की कार्यवाही पहली बार हुई है। हालांकि चीन में एप स्टोर पर यह नियम साल 2016 से ही है।
इससे पहले एप्पल ने पिछले साल यानि 2020 में जून माह में लाइसेंस की कमी के कारण हजारों चीनी एप्स के अपडेट को सस्पेंड कर दिया था। एप्पल के इस फैसले से 60,000 से अधिक गेमिंग एप्स का अपडेट सस्पेंड हो गया था।