दरअसल, फर्स्ट इंटीग्रेशन में सेल्फ-असेसमेंट और पॉजिटिव केस डेटा के साथ 10,000 ट्रेवल पास को चेक किया गया है, जिसके बाद ऐप डेवलपर का ये मानना है कि हाई रिस्क वालों को पास नहीं जारी किया जाएगा। साथ ही पास जारी करने से पहले ऐप डेवलपर कॉन्टैक्ट हिस्ट्री एल्गोरिदम की भी जांच करेंगे।
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क्या है Aarogya Setu
Aarogya Setu एक ट्रैकिंग ऐप है, जो स्मार्टफोन के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ के जरिए यूजर्स को जानकारी देगा है कि वो कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आए थे या नहीं। इतना ही नहीं ये ऐप संक्रमित व्यक्ति के 6 फीट के दायरे में आने पर नोटिफाइ करता है और आपको अलर्ट करता है। इस ऐप में यूजर्स की प्रिवेसी का पूरा ध्यान रखा गया है और आपके डेटा को किसी थर्ड पार्टी ऐप के साथ शेयर नहीं किया जाएगा। आरोग्य सेतु ऐप को हिंदी, अंग्रेजी और मराठी समेत 11 भाषाओं में पेश किया गया है। बता दें कि अभी तक इस ऐप को 67.5 मिलियन लोगों ने डाउनलोड किया है और ये सबसे कम समय में दुनियाभर में पॉपुलर ऐप बन गया है।