Coronavirus: Pakistan में दोबारा लग सकता है लॉकडाउन, यहां के कई शहरों में हालात बिगड़े पुतिन ने गुरुवार को एक बैठक में कहा कि दोनों पक्षों से दो-दो हजार से ज्यादा लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि रूस और चीन के बीच सैन्य गठबंधन की आवश्यकता नहीं है। भविष्य में इस विचार का खंडन नहीं हो सकता है।
वहीं नागोर्नो-काराबाख ने अपनी ओर से आंकड़ा दिया है कि 27 सितंबर से अबतक 874 सैनिक मारे जा चुके हैं। इसके अलावा 37 आम नागरिक मारे गए हैं। इस बीच अजरबैजान का कहना है कि उसके 61 नागरिक इस जंग में मारे गए हैं और 291 लोग घायल हो गए हैं।
हालांकि अजरबैजान ने सैनिकों के मारे जाने की संख्या अभी तक नहीं बताई है। इस भीषण जंग के बीच पुतिन का कहना है कि अमरीका भी जंग को रोकने के लिए उनका साथ देने को तैयार है।
वहीं तुर्की के उपराष्ट्रपति फौत ओकताय का कहना है कि अगर अजरबैजान की ओर से सेना भेजने का अनुरोध आता है तो तुर्की अपने सैनिकों और सैन्य सहायता को देने को तैयार है। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी तक इस तरह का कोई संकेत नहीं आया है। तुर्की ने अजरबैजान के समर्थन में खड़ा है। उसका आरोप है कि कि आर्मीनिया बाकू की जमीन पर कब्जा कर रहा है।
टेरर फंडिंग पर इमरान खान को करारा झटका, FATF के ‘ग्रे लिस्ट’ में बरकरार रहेगा PAK मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तुर्की के उपराष्ट्रपति ने फ्रांस, रूस और अमरीका के नेतृत्व वाले गुट की आलोचना की है। उनका कहना है कि ये समूह नहीं चाहता है कि नागोर्नो-काराबाख का विवाद कभी खत्म हो। उनका कहना है कि ये समूह आर्मीनिया की राजनीतिक और सैन्य रूप से मदद कर रहा है।