2013 में मुस्लिम ब्रदरहुड के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को अपदस्थ करने वाले और अगले वर्ष राष्ट्रपति चुने जाने वाले सिसी ने इस्लामवादियों की कटु आलोचना की है। उधर वाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन और राज्य के सचिव माइक पोम्पिओ ने मुस्लिम ब्रदरहुड को आतंकी संगठन घोषित करने के फैसले का समर्थन किया है, लेकिन पेंटागन और अन्य विभागों के अधिकारियों ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है और सीमित कार्रवाई की मांग की है।
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क्या है मुस्लिम ब्रदरहुडमुस्लिम ब्रदरहुड जो 1 मिलियन लोगों को अपनी सदस्यता का दावा करता है, 2012 में मिस्र के पहले मुक्त चुनाव में सत्ता में आया था। लंबे समय तक मिस्र के राष्ट्रपति रहे होस्नी मुबारक के खिलाफ लोकप्रिय विद्रोह के दौरान यह शीर्ष पर बना रहा। लेकिन उसके बाद इसके बुरे दिन शुरू हो गए। कटटरपंथी इस्लाम को बढ़ावा देने के आरोप में इस संंगठन पर अब प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके हजारों समर्थकों और इसके नेतृत्व को जेल में डाल दिया गया है। मिस्र की सरकार ने 2013 में एक आत्मघाती बम हमले के लिए इस संगठन को दोषी ठहराया था। इस हमले में 16 लोगों की मौत हो गई थी । ब्रदरहुड ने उस हमले की निंदा की और हिंसा से इनकार किया। माना जा रहा है कि अगर अमरीका ने इस संघठन पर बैन लगाया तो नाटो सहयोगी तुर्की के साथ वाशिंगटन के रिश्ते जटिल हो सकते हैं। राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन की सत्तारूढ़ एके पार्टी के साथ मुस्लिम ब्रदरहुड के घनिष्ठ संबंध हैं और इसके कई सदस्य मिस्र में समूह की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगने के बाद तुर्की भाग गए थे।
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