ट्रंप का कहना है कि अफगानिस्तान से इस तरह की सैन्य वापसी एक आत्मसमर्पण मात्र है। क्या बाइडेन हमारे नागरिकों के सामने सेना को बाहर निकालने के लिए इतिहास की सबसे बड़ी सामरिक गलती के लिए माफी मांगेंगे?
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पूर्व राष्ट्रपति ने एक बयान में कहा कि अमरीकियों को मौत के मुंह में छोड़ना एक अक्षम्य अपमान है, जो बदनामी के रूप में जाना जाएगा। ट्रंप ने तालिबान के अधिग्रहण के बाद से एक दर्जन से अधिक बयान जारी किए हैं, जिसमें बाइडेन पर सैनिकों की वापसी से पहले अमरीकी नागरिकों को निकालने में विफल रहने के लिए हमला किया गया था।
ट्रंप के तहत बीते प्रशासन ने फरवरी 2020 में अफगानिस्तान से पूरी तरह से वापसी के लिए तालिबान के समझौता किया था। अफगान सरकार के साथ शांति वार्ता पर जोर दिया था। लेकिन जैसे ही अमरीकी नेतृत्व में बदलाव हुआ, बिना किसी निष्कर्ष के विदेशी सैनिकों ने अपनी वापसी को अंतिम देना शुरू कर दिया। इसके बाद तालिबान लड़ाकों ने अफगान बलों के खिलाफ एक आक्रामक अभियान शुरू किया और अशरफ गनी की सरकार को बाहर कर दिया।