आपको बता दें कि सभी भारतीय नागरिक लीबिया में कंस्ट्रक्शन एंड ऑयल फील्ड सप्लाई कंपनी में काम करते थे। इन्हें 14 सितंबर को किडनैप कर बंधक बनाया गया था।
बिहार चुनाव में छाया हुआ है एक चाय वाला, जानें क्यों लोगों को पसंद आ रहा है इसका अनोखा अंदाज मौसम विभाग ने जारी किया बड़ा अलर्ट, देश के इन राज्यों में भारी बारिश के आसार रविवार देर रात राहत की खबर सामने आई। लीबिया में आतंकियों की गिरफ्त में फंसे सात भारतीयों को छुड़ा लिया गया है। इन भारतीयों का अपहरम 14 सितंबर को लीबिया के अस्सहवेरिफ इलाके से किया गया।
खास बात यह है कि जिस वक्त इन भारतीयों का अपहरण किया गया उस समय वे भारत वापस लौटने के लिए त्रिपोली हवाईअड्डे जा रहे थे।
इससे पहले गुरुवार को भारत की ओर से ये जानकारी दी गई थी कि सात भारतीयों को किडनैप कर लिया गया है। इन सभी को बचाने के लिए प्रयास किए जा रहे है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए कहा था कि किडनैप किए गए नागरिकों का पता लगाने के साथ-साथ जल्द से जल्द उन्हें मुक्त कराने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है।
आपको बता दें कि लीबिया में भारत का कोई दूतावास नहीं है। यही वजह है कि इन सभी बंधक भारतीयों के मामले को पड़ोसी देश ट्यूनीशिया की मदद से निपटाया गया। दरअसल ट्यूनीशिया में भारतीय दूतावास ही लीबिया में भारतीय नागरिकों से जुड़े मामलों का प्रबंधन करता है। किडनैप मामले में भी लीबिया सरकार और वहां मौजूद अंतरराष्ट्रीय संगठनों से संपर्क कर मदद मांगी गई थी।