रूस ने कोरोना वैक्सीन की पहली खेप भी तैयार कर ली है। रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ( Russian Ministry of Health ) के हवाले से समाचार एजेंसी इंटरफैक्स ने शनिवार को बताया है कि रूस ने कोरोना वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। इससे कुछ समय पहले ही मंत्रालय ने खुद वैक्सीन उत्पादन शुरू होने की जानकारी दी थी।
दुनिया में Russian Corona Vaccine की मांग तेज, 20 देशों से 1 अरब डोज का मिला ऑर्डर
इधर वैक्सीन का उत्पादन शुरू ( Production Of Coronavirus Vaccine ) होने के साथ ही एक बार फिर से वैज्ञानिकों ने वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है और कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। कुछ वैज्ञानिकों ने इस वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर आशंका जाहिर की है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बिना किसी समुचित परीक्षण और जांच प्रक्रिया का पालन किए बिना ही वैक्सीन को मंजूरी दे दी गई है। इस बात का डर है कि रूस ने दुनिया में पहला कोरोना वैक्सीन बनाने का गौरव हासिल करने के लिए सभी मानकों से समझौता किया है।
तीसरे चरण का ट्रायल होना बाकी
आपको बता दें कि रूसी कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-वी ( Corona Vaccine Sputnik-V ) को रूस ने पिछले सप्ताह ही लॉंच किया है। इसकी घोषणा खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ( President Vladimir Putin ) ने की और बताया है कि हमने दुनिया का पहला कोरोना वैक्सीन बना ली है। उनकी एक बेटी को इसका पहला टीका भी लगाया गया है। हालांकि ये नहीं बताया गया था कि पुतिन की दो बेटियों में से किसे यह टीका लगाया गया है।
इस वैक्सीन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) और अमरीका ( America ) समेत कई देशों ने सवाल खड़े किए हैं। बताया जा रहा है कि रूस ने वैक्सीन का सिर्फ दूसरे चरण का ही परीक्षण किया है। आमतौर पर किसी भी वैक्सीन का परीक्षण तीन चरणों में पूरा होता है। ऐसे में रूस ने तीसरे चरण ( Third Stage Trail ) का परीक्षण करने से पहले ही वैक्सीन को लॉंच कर दिया। बता दें कि तीसरे यानी आखिरी चरण में हजारों लोगों पर वैक्सीन का परीक्षण किया जाता है।
Corona Vaccine की दौड़ में सबसे आगे निकला Russia! अक्टूबर से बड़े पैमाने पर लोगों को टीका लगाने की
बता दें कि रूस ने कहा कहा था कि तीसरे चरण का ट्रायल फिलीपींस ( Phase III Trial Philippines ) में किया जाएगा। फिलीपींस के शोधकर्ताओं ने यह भी बताया था कि इसका परीक्षण अक्टूबर के बाद शुरू किया जाएगा, जो कि अगले साल मार्च तक चलेगा। मार्च 2021 में ही इसका परिणाम सामने आएगा। इसके बाद ही इसकी मंजूरी दी जाएगी। हालांकि इधर रूस ने दूसरे चरण के ट्रायल के बाद ही कहा है कि इस महीन के आखिर तक वैक्सीन आ जाएगी। मास्को की गमालेया इंस्टीट्यूट ( Gamalaya Institute ) ने यह वैक्सीन विकसित की है।