बर्नी ने 1978 में लिखा था अपना पहला पत्र
कैरोल के पत्र पर कभी-कभार स्थानीय प्रशासन ध्यान देता है, लेकिन ज्यादातर बार उनकी शिकायत नजरअंदाज ही हुई हैं। हालांकि, तब भी उन्होंने पत्र लिखना नहीं छोड़ा है। बताया जा रहा है कि बर्नी ने 1978 में अपना पहला पत्र लिखा था। तब से ही कभी शिकायती, कभी सुझाव और कभी ऑफर जैसे विषयों पर वह पत्र लिखते रहते हैं। अखबार अब भी हफ्ते में उनके 3-4 पत्र प्रकाशित करता है। हाल ही में पार्क में फैली गंदगी और रेलिंग को लेकर उनके पत्र प्रकाशित हुए हैं।
मेरे पत्रों से कोई खास परिवर्तन नहीं होता
पत्र लिखकर इस तरह का रिकॉर्ड बनाने वाले बर्नी का दावा है,’मैं ब्रिटेन का सबसे अधिक राय-सुमारी करने वाला व्यक्ति हूं। भले ही लोग उसकी कोई खास वैल्यू करे या नहीं, मैं फिर भी अपनी बात रखता हूं।’ उन्होंने आगे कहा कि मैं ये भी जानता हूं कि मेरे पत्रों से कोई खास परिवर्तन नहीं होता है, लेकिन इन्हें लिखने से मेरा अपना अनुभव बेहतर हुआ है। बर्नी का मानना है कि अगर वो पत्र लिखना बंद कर देते तो उन्हें अपना फ्रस्टेशन और गुस्सा दूर करने का रास्ता नहीं मिलता।
पत्र लिखने के कारण सफल हुई शादी
इसके अलावा बर्नी यह भी मानते हैं कि उनकी शादी अब तक सफल रहने का श्रेय भी उनके पत्र लिखने को जाता है। उन्होंने कहा कि पत्र लिखने की वजह से मैं अपनी पत्नी को अधिक तंग नहीं कर पाया। उनका कहना है कि उनके बच्चे नहीं है, ऐसे में टाइम बच जाता है। उन्होंने अपनी जिंदगी में शादी और पत्रों के अलावा कोई बहुत बड़ा काम नहीं किया है।