अपने ओवल ऑफिस (Oval Office) से अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने गुरुवार को कहा कि कि 49 वर्षों के बाद, इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात अपने राजनयिक संबंधों को पूरी तरह से बहाल करेंगे। अब जब बर्फ टूट गई है, तो मैं उम्मीद करता हूं कि अरब के और मुस्लिम देश भी यूएई का अनुसरण करेंगे।”
वाइट हाउस (White House) द्वारा जारी संयुक्त बयान में तीनों देशों का कहना है कि यह एक ऐतिहासिक राजनयिक सफलता है। यह मध्य पूर्व क्षेत्र में शांति को आगे बढ़ाएगी। ट्रंप, नेतन्याहू और अबू धाबी क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन ज़ाएद अल नाह्यान ने संयुक्त बयान में कहा, इससे मध्य पूर्व के गतिशील समाजों और उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के बीच बेहतर संबेध होंगे। इसके साथ आर्थिक विकास में तेजी आएगी, तकनीकी विचारों का अदान प्रदान होगा।
ट्रंप ने तैयार किया गया था समझौते का प्रारूप अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा तैयार किए गए समझौते पर यूएई और इजरायल ने गुरुवार को अपनी सहमति जताई। इस पर चर्चा के लिए अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप, यूएई के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू में तीन-तरफा कॉल कॉन्फ्रेंसिंग हुई। ट्रंप के साथ इस समझौते को लेकर मुख्य अमरीकी मध्यस्था में और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर, विशेष मध्य पूर्व दूत एवी बर्कोवित्ज और अमरीकी राजदूत डेविड फ्राइडमैन थे।
द्विपक्षीय हितों पर साथ काम करेंगे इस समझौते में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का खास योगदान रहा है। समझौते के तहत इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात के प्रतिनिधिमंडल आने वाले हफ्तों में निवेश, पर्यटन, सीधी उड़ान, सुरक्षा, दूरसंचार आदि द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। दोनों देश कोविड—19 से लड़ने के लिए भी भागीदार होंगे।
ट्रंप की दुर्लभ राजनयिक जीत ऐसा माना जा रहा है कि नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर ट्रंप अपनी छवि को लेकर इस तरह के कदम उठा रहे हैं। इसे ट्रंप के लिए बड़ी राजनयिक जीत माना जाएगा। अफगानिस्तान में युद्ध को समाप्त करने के उनके प्रयास अभी तक सफल नहीं हो पाए हैं। वहीं इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच शांति के प्रयासों में भी कोई प्रगति नहीं है।
कोरोना वायरस के इलाज के लिए सहयोग इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने ट्वीट कर कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन था। यूएई और इजरायल कोरोना वायरस के इलाज के लिए और वैक्सीन के विकास पर सहयोग का जल्द विस्तार करेंगे। एक साथ काम करने से पूरे क्षेत्र में मुस्लिम, यहूदी और ईसाई लोगों को बचाने में मदद करेंगे।