आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकती संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की तरफ स्थाई प्रतिनिधी इनम गंभीर ने कश्मीर में भारत द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि पाकिस्तान में मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हापिफज सईद ने खुलेआम आम चुनाव में हिस्सा लिया। जबकि पूरी दुनिया में प्रतिबंधित आतंकी संगठन का वह सरगाना है। वह भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है और कश्मीर में दहशतगर्दी फैला रहा है। इसके बावजूद पाकिस्तान उसे संरक्षण दे रहा है। उन्होंने पाक विदेश मंत्री कुरैशी के बयानों पर कहा कि वह कहते है कि भारत बातचीत नहीं करना चाहता है। मगर बातचीत के लिए एक सही माहौल की आवश्यकता है। आतंकवाद और बातचीत एकसाथ नहीं हो सकती है।
संयुक्त राष्ट्र के मंच से भारत को दी थी धमकी पाक विदेश मंत्री ने शनिवार को चेतावनी दी थी कि अगर पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी तरह के दुस्साहस का प्रयास किया तो भारत को “गंभीर प्रतिक्रिया” का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा पाक मंत्री ने पाकिस्तान के अंदर आतंकवादी गतिविधियों को प्रायोजित करने में प्रत्यक्ष भारतीय भागीदारी का आरोप लगाया और कहा कि भारत पाकिस्तान में आतंकवाद को प्रायोजित कर रहा है। अवैध तरीके से गिरफ्तार किये गए कुलभूषण जाधव को भारतीय जासूस बताते हुए पाकिस्तान ने कहा कि उन्हें आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने के लिए भेजा गया था।
सुषमा स्वराज के भाषण से बौखलाया पाकिस्तान पाकिस्तान की बौखलाहट की वजह भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संयुक्त राष्ट्र के कई मंचों पर दिया गया भाषण है।पाकिस्तान को धोखेबाज बताते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत हमेशा बातचीत से मुद्दों को सुलझाने का पैरोकार रहा है लेकिन पाकिस्तान हमेशा धोखा देता है। उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि बातचीत से जटिल से जटिल मुद्दे सुलझाए जा सकते हैं, पाक के साथ वार्ताओं के दौर चले हैं, लेकिन हर बार पाकिस्तान की हरकतों के चलते बातचीत रुक जाती है।” पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी घटना को अंजाम देने में ही नहीं, बल्कि इसको छिपाने में भी माहिर है।