गौरतलब है कि आज जी-7 समिट की आधिकारिक बैठक होनी है। प्रधानमंत्री को इन बैठकों में हिस्सा लेना है, साथ ही कई देशों के प्रमुख से द्विपक्षीय वार्ता भी करनी है। इससे पहले सभी प्रमुखों के बीच एक बैठक हुई, फोटो सेशन भी हुआ।
जी-7 का सदस्य न होने के बाद भी आखिर भारत को क्यों किया गया आमंत्रित ? इसी दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे,कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की, इन तस्वीरों में दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी देखने लायक थी। जी-7 में पीएम मोदी और अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर मसले को लेकर खास चर्चा हो सकती है। इसके अलावा अमरीका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर को खत्म करने और अफगानिस्तान का मसला भी उठाया जा सकता है।
PM मोदी बहरीन के शीर्ष पुरस्कार ‘किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ से सम्मानित रविवार को जब प्रधानमंत्री पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की, दोनों नेताओं के बीच बॉरिस के पीएम बनने के बाद ये पहली मुलाकात की थी। इस बार जी-7 का आयोजन फ्रांस के बिआरिट्ज शहर में हो रहा है। इस बार क्लाइमेट चेंज, ट्रेड, अमेजन की आग समेत कई मसलों पर चर्चा होने की संभावना है। जी-7 के मुख्य सदस्य कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका हैं। इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत के पीएम को आमंत्रित किया है।
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