उन्होंने ट्वीट कर दुनियाभर के देशों से भारत की मदद करने की अपील की है। उन्होंने लिखा कि भारत में कोरोना वायरस के ताजा मामलों को सुनकर बहुत दुख पहुंचा है। ग्रेटा थनबर्ग किसान आंदोलन के दौरान विवादित टूलकिट के संदेश के बाद विवादों में घिर गई थीं। भाजपा के नेताओं के साथ कई लोगों ने आरोप लगाया था कि भारत विरोधी साजिश के तहत ये टूलकिट प्रसिद्ध हस्तियों के जरिए शेयर किए गए। इसके खिलाफ दिल्ली पुलिस ने मामला भी दर्ज किया था। हालांकि उसमें ग्रेटा का नाम शामिल नहीं था।
ग्रेटा थनबर्ग को जलवायु संकट को लेकर लड़ाई मे सबसे अच्छे वक्ताओं में गिना जाता है। उन्होंने कई बार अपने भाषणों से लोगों का दिल जीत लिया है। उनकी डोनाल्ड ट्रंप के साथ हुई ट्विटर वॉर की भी चर्चा रही। दिसंबर 2020 में स्वीडन की इस 16 वर्ष की पर्यावरण कार्यकर्ता को प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन ने 2019 का पर्सन ऑफ द ईयर चुना था।