Covid-19: लंबा चला तो एक मजबूत मौसमी बीमारी बनकर उभरेगा, UN रिसर्च टीम का दावा
ओरल एंटीवायरल क्लीनिकल कैंडिडेट ‘पीएफ-07321332’ ने एक सार्स-सीओवी2-3सीएल है, जिसने सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ इन व्रिटो एंटी-वायरल एक्टिविटी में और कोरोना से लड़ने में ज़बरदस्त प्रदर्शन किया है।
कंपनी के बयान की मानें तो इसका इस्तेमाल कोविड-19 के इलाज में और भविष्य में कोरोना वायरस के खतरों से निपटने में किया जा सकता है। फाइजर के वर्ल्डवाइड रिसर्च के मुख्य वैज्ञानिक और अध्यक्ष मिकाएल डोल्सटन ने कहा, “हमने पीएफ-07321332 को एक ओरल थेरेपी के रूप में तैयार किया है, जिसे संक्रमण का संकेत मिलने पर दिया जा सकता है।”
इसके अलावा, डोल्सटन ने कहा, “उसी समय, फाइजर का इंट्रावेनस एंटी-वायरल कैंडिडेट को अस्पताल में भर्ती रोगी के लिए एक नोवल ट्रीटमेंट ऑप्शन के रूप में भी तैयार किया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि दुनिया को जल्द ही कोरोना वायरस की जंग जीतने के लिए टीके के साथ अब ओरल पिल के रूप में भी दवा भी उपलब्ध हो सकती है।”
बता दें कि फाइजर ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जो वैक्सीन बनाई है, वह 95 प्रतिशत तक प्रभावी है और कई देश टीकाकरण में इस वैक्सीन का इस्तेमाल कर रहे हैं।