जिंदा पक्षियों की तस्करी में इस तरह होता है प्लास्टिक बोतल का उपयोग, तस्वीरें आपको विचलित कर देंगी
आपने कई तरह के निर्दयी लोगों को कई तरह की निर्दयता
करते हुए देखा होगा। इंसानों पर आए दिन कोई न कोई खबर आपको सुनने में मिल
ही जायेगी, जिसमें इंसानों पर तरह तरह के जुल्म ढाए जाते हैं। इसी तरह
दुनिया भर में जीव जन्तुओं पर भी जुल्म की दास्ताँ नई नहीं है..
Endangered cockatoos found crammed into plastic bottles
आपने कई तरह के निर्दयी लोगों को कई तरह की निर्दयता करते हुए देखा होगा। इंसानों पर आए दिन कोई न कोई खबर आपको सुनने में मिल ही जायेगी, जिसमें इंसानों पर तरह तरह के जुल्म ढाए जाते हैं। इसी तरह दुनिया भर में जीव जन्तुओं पर भी जुल्म की दास्ताँ नई नहीं है।
विलुप्त होते कई जीव जन्तु तस्करों की तस्करी का शिकार बनते हैं। लेकिन इन तस्करों की तस्करी का जरिया देख कर आप सन्न रह जाएंगे। देखिए कैसे विलुप्त होते पक्षियों को पानी की संकरी बोतलों में डालकर तस्करी की जाती है।
ये तस्वीरें इंडोनेशिया की हैं जहाँ विलुप्त होते पक्षियों को तस्कर प्लास्टिक की बोतल में जिंदा भरकर तस्करी की जाती है। इस पक्षी का नाम येलो क्रेस्टेड कॉकैटूज है और ये विलुप्त प्रजाति का पक्षी हैं।
तस्कर इन पक्षियों की जान की परवाह किए बिना इन्हें संकरी औऱ छोटी बोतलों में भर देते हैं। यहां केवल सांस ली जा सकती है। दबे पंख और घुटन भरे माहौल में कई पक्षी दम तोड़ देते हैं।
जीव जंतुओं के बाजार में इस एक पक्षी की कीमत 63 हजार रुपए है। जिसे बोतल में ठूंस कर दूसरे देशों तक भेजा जाता है। इन बोतलों में वह जिंदा रहते हैं और उनकी आंखें किसी तरह बोतल के मुहाने पर। ये धंधा वहां पुराना है और पूरी तरह से अवैध।
ये सभी पक्षी बारह से 27 इंच की लंबाई के हैं और जिस अमानवीय तरीके से इनकी स्मगलिंग कर जाती है, वो किसी का भी दिल तोड़ देने के लिए काफी है।
ये पक्षी टिमोर और इंडोनेशिया के कई द्वीप पर पाए जाते हैं। ये साल में सिर्फ एक ही बार अंडे देते हैं और प्रजनन की इनकी प्रक्रिया काफी धीमी होती है। ये भी कि ये एक बार में केवल दो ही अंडे दे पाते हैं।
आप इन तस्वीरों देखकर सिर्फ उन पक्षियों की सलामती और तस्करों को सजा की उम्मीद ही कर सकते हैं. वैसे इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए पीटा सहित कई अंतराष्ट्रीय संगठन आगे आए हैं।