जानिए कारण-
इसमें से पहला है- चीन और अफ्रीका के बीच पीढ़ी-दर-पीढ़ी मित्रवत संबंध और समान रूप से कठिनाइयों को दूर करने की विशेष भावना है। चीन और अफ्रीका ने देश की स्वतंत्रता और मुक्ति की प्रक्रिया में एक दूसरे का समर्थन किया, जिससे ये एक दूसरे के विश्वसनीय मित्र बन गए हैं। विकास और निर्माण के चरण में दोनों पक्ष एक साथ मिलकर आपसी लाभ और समान जीत के लक्ष्य से अच्छे मित्र बन गए हैं।दूसरा, चीन और अफ्रीका के बीच सहयोग और विकास को गहराने की व्यावहारिक जरूरतों पर आधारित है। चीन सबसे बड़ा विकासशील देश है और अफ्रीका विकासशील देशों का सबसे केंद्रित महाद्वीप है। दोनों पक्षों के बीच सहयोग की बड़ी निहित शक्ति है। चीन अफ्रीका के विकास के प्रति आशावान है।
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तीसरा, चीन और अफ्रीका संबंध अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने और आम हितों की रक्षा करने के महत्वपूर्ण मिशन पर आधारित है। मौजूदा समय में दुनिया में एकपक्षवाद, सत्ता की राजनीति, शीत युद्ध की सोच बढ़ रही है। चीन और अफ्रीका को आपसी संपर्क और समन्वय से दोनों पक्षों के वैध अधिकारों की रक्षा करनी चाहिए। इससे पहले वांग यी ने हरारे में जिम्बाब्वे के विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मंत्री सिबुसियो मोयो के साथ मुलाकात की।