ये भी पढ़ें: कल्पना और सुनीता के बाद भारतीय मूल की तीसरी महिला सिरिषा बांडाला अंतरिक्ष में जाने को तैयार
शुक्रवार को साइबर हमले में हैकरों ने ईरान की रेल प्रणाली को निशाना बनाया था। इस दौरान देशभर में रेलवे स्टेशनों पर लगे कई डिस्प्ले बोर्ड पर ट्रेनों के कैंसल होने या देरी से चलने के गलत संदेशों की बाढ़ आ गई। इस साइबर हमले में ट्रेनों की निगरानी प्रणाली बेकार हो गई थी।
साइबर हमलों को लेकर आगाह किया
देश के दूरसंचार मंत्री मोहम्मद जवाद अजारी जाहरोमी ने शनिवार को संभावित साइबर हमलों को लेकर आगाह किया था। वर्ष 2018 में ईरान को इसी तरह के हमलों का सामना करना पड़ा था। दिसंबर 2018 में ईरान के दूरसंचार मंत्रालय ने कहा था कि उसने एक ‘इलेक्ट्रॉनिक अवसंरचना’ पर एक बड़े साइबर हमले को नाकाम कर दिया है।
हालांकि, इसने कथित हमले का कोई ब्योरा नहीं दिया था। अब तक किसी भी समूह ने इस तरह की किसी भी घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। ईरान में 2019 में एक रेलवे कंपनी की कंप्यूटर प्रणाली में खराबी के कारण अनेक ट्रेनों के आवगमन में देर हुई थी।
ये भी पढ़ें: साइबर अपराधियों पर कार्रवाई करे रूस: बाइडेन
अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि उन्हें रूस में सक्रिय साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। अमरीका अपने लोगों के साथ संस्थानों की रक्षा करने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
रूस में विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन की करतूतों को लेकर दिया तल्ख जवाब
हमले रूस की ओर हो रहे
व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के अनुसार दोनों देशों के नेताओं ने फोन पर साइबर सुरक्षा सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं की जिनेवा में हुई मुलाकात में एक महीने के अंदर यह चर्चा हुई है। गौरतलब है कि जिनेवा में बातचीत के दौरान बाइडेन ने अमरीका के बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों तथा अहम संस्थानों पर हो रहे साइबर हमलों को लेकर रूस को चेतावनी दी थी। अमरीका का आरोप है कि यह हमले रूस से किए जा रहे हैं।