बोरिस जॉनसन ने अपने विदेश मंत्री डोमिनिक रॉब का बचाव भी किया है। रॉब ने भी पहले अफगानिस्तान और तालिबान को लेकर इसी तरह की राय जाहिर की थी। ब्रिटिश विदेश मंत्री से बातचीत करते हुए चीनी विदेश मंत्री ने कहा था कि दुनिया को अफगानिस्तान पर दबाव नहीं डालते हुए उसका सहयोग करना चाहिए। इससे पहले भी चीन और रूस ने समय पड़ने पर तालिबान के साथ काम करने की इच्छा जताई दी। हालांकि अमरीका के साथ-साथ ये दोनों ही देश अफगान तालिबानियों के घोर विरोधी ताजिक जनजाति को भी हरसंभव सहायता उपलब्ध करवा रहे हैं।
अमरीकी राष्ट्रपति ने जताई चिंताजो बाइडन ने तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की जेलों में बंद इस्लामिक स्टेट के आंतकियों को रिहा किए जाने पर चिंता जताई है। उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में सत्ता हासिल करने के बाद तालिबान ने जेलों में बंद इस्लामिक स्टेट तथा अलकायदा के आतंकियों को बिना शर्त रिहाई दे दी है। बाइडन ने कहा कि ये आतंकी बड़ा खतरा साबित होंगे। शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट पूरी तरह से नियंत्रण में है तथा वहां से नागरिकों को बचाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जुलाई से अभी तक 18,000 से अधिक नागरिकों को बचाया जा चुका है। इसके साथ ही 14 अगस्त से शुरू हुए सैन्य एयरलिफ्ट अभियान में भी लगभग 13,000 नागरिकों को सकुशल निकाला जा चुका है।