भारत की आपत्ति को दरकिनार कर PAK कर रहा मनमानी, गिलगित-बाल्टिस्तान में 15 नवंबर को होंगे चुनाव पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई (Hamid Karjai) ने शमसिया अलीजादा को बधाई दी है। हालांकि अफगानिस्तान में आतंकी संगठन तालिबान के हावी होने के कारण वे डरी हुईं हैं। तालिबान लड़कियों की शिक्षा के खिलाफ माना जाता है। संगठन ने 1997 और 2001 के बीच लड़कियों के स्कूल जाने पर पाबंदी लगाई थी। इस दौरान तालिबान और सरकार के बीच शांति वार्ता जारी है।
मेडिकल की पढ़ाई करना चाहती हैं शमसिया निर्भीक शमसिया अलीजादा को देश में तालिबान की वापसी का डर सता रहा है। वे अब अपनी पढ़ाई के रास्ते में राजनीति को नहीं आने देना चाहती हैं। अलीजादा ने कहा कि उन्हें तालिबान की वापसी का डर बना हुआ है। लेकिन वह आशा बनाए रखना चाहती हैं। शमसिया के अनुसार उसके पिता अफगानिस्तान के उत्तर में एक कोयला खदान में काम करते हैं। ऐसे में पढ़ाई को ध्यान में रखकर उन्होंने पूरे परिवार को काबुल भेज दिया ताकि शमसिया की पढ़ाई में कोई बाधा न आ सके। शमसिया ने कहा कि वे मेडिकल की पढ़ाई करना चाहती हैं।
भारतीय इलाकों से सटी सीमा पर Nepal ने बढ़ाई सैनिकों की संख्या, सुरक्षाबलों के लिए तैयार होंगे बैरक लड़कियों को शिक्षित करने के समर्थन में तालिबान तालिबानियों के तरफ से बयान में कहा गया है कि वे बदल चुके हैं और लड़कियों को शिक्षित करने के समर्थन में हैं। अफगानिस्तान में अभी भी बहुत से लोगों का मानना है कि अगर तालिबान सरकार में आती है तो शायद महिलाओं की स्थिति फिर से खराब हो सकती है।