सूत्र बताते है कि शाह को कार्यकर्ताओं ने साफ कहा है कि पीडीपी के साथ गठबंधन में रहते भाजपा की राह आसान नहीं होगी। शाह ने भी नेताओं को साफ कहा है कि पीडीपी और भाजपा का गठबंधन ज्यादा दिन नहीं चलेगा। हमें अपनी ताकत बढ़ानी होगी और संगठन को और मजबूत करना होगा।
शाह ने संगठन से जम्मू की हिंदू बहुसंख्यक वाली 21 सीटों पर बेहद मजबूत होने के साथ ही जम्मू की 16 ऐसी सीटों पर जहां हिंदू और मुसलमानों की मिलीजुली आबादी है, वहां भाजपा का विस्तार करने और अगले चुनाव में यहां की सभी सीटें जीतने का लक्ष्य निर्धारित करने को कहा है। शाह ने साफ कहा कि गठबंधन कभी भी टूट सकता है, ऐसे में होने वाले चुनाव में अकेले सत्ता पाने के अलावा हमारे पास कोई रास्ता नहीं है। शाह ने साफ कहा कि जम्मू कश्मीर में हमारे मुद्दे तब तक पूरे नहीं हो सकते, जब तक हम खुद पूर्ण बहुमत की सरकार न बना लें।
इन क्षेत्रों और सीटों पर ध्यान देने को कहा शाह ने संगठन से 2014 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रही सीटों हब्बा कदल, लेह, इन्दरवल, गूलअननास, नगरोटा, ब्रिन्हा और राजौरी जैसे सीटों पर ध्यानAmit Shah केन्द्रित करने और इन सीटों को अगले चुनाव में भाजपा की झोली में डालने की रणनीति तय करने को कहा है। शाह ने संगठन से श्रीनगर के अमीरा कदल और हब्बा कदल, श्रीनगर के ही नजदीक उग्रवादियों की बड़ी तादात वाली कस्बा तराल और पाक समर्थक हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के गृहनगर सोपोर जैसे क्षेत्रों में ध्यान देने और संगठन को मजबूत करने को कहा है।
गौरतलब है कि 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं। भाजपा की सहयोगी पीडीपी ने 28 सीटें, कांग्रेस को 12 और नेशनल कांफ्रेंस को 15 सीटें मिली थी।