ईडी की टीम ने मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) के तहत राणा कपूर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डीएचएफएल के घोटाले को लेकर राणा कपूर के घर ईडी की छापेमारी कर तलाशी अभियान चलाया। दरअसल, डीएचएफएल पर आरोप है कि उसने 79 फर्जी कंपनियों और एक लाख फर्जी ग्राहकों की मदद से लगभग 13,000 करोड़ रुपये का घपला किया है। उसी मामले में राणा कपूर के घर तलाशी ली गई। वहीं राणा कपूर के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है ताकि वो देश छोड़कर न भाग सकें।
संकट में येस बैंक यस बैंक को साल 2004 में राणा कपूर और अशोक कपूर ने मिलकर शुरू किया था। ये उस समय के दिग्गज प्रोफेशनल माने जाते थे। राणा कपूर ने दिल्ली के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से पढ़ने के बाद न्यूजर्सी के रटगर्स यूनिवर्सिटी से एमबीए किया था। उन्होंने 16 साल तक बैंक ऑफ अमरीका में नौकरी की थी।
दरअसल, देश के कई दिग्गज प्रोफेशनल के जरिए शुरू किया गया निजी क्षेत्र का येस बैंक संकट में फंस गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसके बोर्ड का संचालन अपने हाथों में लेते हुए, इस महीने में 50 हजार रुपये तक की ही निकासी होने की सीमा तय कर दी है।
आरबीआई ने री-स्ट्रक्चरिंग प्लान का ऐलान किया गौरतलब है कि यस बैंक के लिए आरबीआई ने री-स्ट्रक्चरिंग प्लान का ऐलान किया है। ये प्लान एक महीने के भीतर ही लाया जाएगा। सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार एसबीआई ने येस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। निवेशक बैंक अगले तीन साल के लिए 49 फीसदी हिस्सेदारी ले सकता है।