कोरोना काल में डॉक्टरों की सलाह पर गौर करें तो पाएंगे कि सभी ने हल्दी वाले दूध यानी गोल्डन मिल्क को हमेशा कोविड प्रोटोकॉल का हिस्सा बनाए रखा।
मेदांता अस्पताल की ओर से जारी कोविड गाइड में भी गोल्ड मिल्क तरजीह दी गई। यही नहीं आयुर्वेद में भी ये मौजूद रहा।
कोरोना के कहर का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों पर बताया गया जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में शुगर और बीपी के मरीजों के लिए ये ज्यादा खतरनाक रहा। लेकिन गोल्ड मिल्क ऐसे रोगियों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ।
दूध ना सिर्फ शुगर-बीपी के बल्कि हार्ट रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। वैज्ञानिक अध्ययनों से ये बात सामने आई है कि दूध पीने वालों को ह्दय रोगों का खतरा कम होता है। स्ट्रोक आने का जोखिम भी अन्य की तुलना में कम होता है।
गाय के दूध का सबसे बड़ा फायदा एलर्जी से बचाव के तौर पर भी है। दरअसल गाय के कच्चे दूध से बैक्टीरिया का खतरा बहुत कम है और इस दूध में प्रोबायोटिक्स, विटामिन डी और इम्युनोग्लोबुलिन जैसे पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में ये हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं और बदले में एलर्जी के खतरे को कम करते हैं।
– दूध में मौजूद विटामिन-बी के कारण मस्तिष्क का तंत्र सही ढंग से काम करता है, लिहाजा अच्छी नींद के लिए बेहतर
– दूध में पाए जाने वाले पोटेशियम और मैग्नीशियम पोषक तत्वों के कारण मांसपेशियों को शांत रखने में मददगार
– मसालेदार खाने के चलते शरीर में होने वाली जलन और एसीटीडी से भी राहत देता है
– पनीत, तोफू या फिर दही, छाछ दूध के अच्छे विकल्प हैं
– ओटमील आपके शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है
– बादाम का सेवन भी आपको इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करताहै
– मूंगफली को कैल्शियम के खजाने के तौर पर जाना जाता है। इसके दानों का सेवन भी फायदेमंद है
– फलियों यानी बीन्स के सेवन से भी शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होती है