ऑनलाइन कंसल्टेशन के दौरान महिला डॉक्टरों के सामने फर्जी मरीज अश्लील हरकतों के साथ भद्दे कमेंट भी करते हैं। इसके चलते डॉक्टरों को कई बार मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
रेग्युलेटरी ने इस साल मई में एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था टेलीमेडिसिन कंसलटेशन में मरीज और डॉक्टर का एक-दूसरे को जानना जरूरी है। लेकिन ज्यादातर वेबसाइट इस नियम को अनदेखा कर रही हैं। कई वेबसाइट पर रजिस्ट्रेनश के सेकंड और मिनटों बाद मरीजों को कंसलटेशन के लिए चिकित्सक मिल जाते हैं।
कई बार फर्जी मरीजों को पहचानते हैं महिला डॉक्टर उनके नंबर को ब्लॉक कर देती हैं। लेकिन इसका भी ज्यादा फायदा नहीं मिलता क्योंकि ये फर्जी मरीज या तो किसी अन्य डॉक्टर को शिकार बनाते हैं, या फिर नंबर बदलकर दोबारा कॉल कर लेते हैं।
महिला डॉक्टरों की परेशानी तो तब बढ़ती है , जबकि कई महिलाओं को नाम पर किए गए रजिस्ट्रेशन में पुरुष मरीज ऑनलाइन आ जाते हैं। ये फेक प्रोफाइल बनाकर डॉक्टरों की उत्पीड़न करते हैं।
ज्यादातर फर्जी कॉल रात में देखने को मिल रहे हैं। ऐसे में कुछ वेबसाइट्स महिला डॉक्टरों की ड्यूटी रात में नहीं लगा रही हैं, तो कुछ महीने भर के अनलिमिटेड कंसलटेशन देना बंद कर रही हैं।
इन वेबसाइट्स पर फर्जी मरीज महिला डॉक्टरों से अश्लील बातें करने की कोशिश करते हैं। यही नहीं उन्हें भद्दे कमेंट भी भेजते हैं। कुछ केसेज में तो मरीज डॉक्टरों से फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक पहुंचकर उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भी भेज रहे हैं। इन प्लेटफॉर्म पर जाकर ये मरीज महिला डॉक्टरों से उनके पर्सनल नंबरों की मांग भी करते हैं।
वेबसाइट्स पर महिला डॉक्टरों के साथ लगातार हो रहे दुर्रव्यवहार के चलते अब वेबसाइट्स की कंपनियां भी अलर्ट हो गई हैं। साइट में तकनीकी बदलाव के साथ सुरक्षा को लेकर काम शुरू कर दिया है। धानी के प्रवक्ता ने बताया कि धानी हेल्थकेयर एक नया वेंचर है और एक महीने में चीजें ठीक हो जाएंगी।