लेकिन इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (world health organization) ने साफ कर दिया है कि भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन (community transmissions) का कोई खतरा नहीं है।
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WHO की ओर से यह बयान उस बयान की सफाई के रूप में दिया गया है, जिसमें भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बताया गया था।
लेकिन WHO ने अब स्पष्ट कर दिया है कि भारत में ऐसा कोई खतरा नहीं है, लेकिन क्लस्टर ऑफ केस जरूर बढ़े हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सफाई देते हुए
कहा कि भारत के कुछ राज्यों में कोविड-19 के मामले जरूर बढ़ें हैं, जिनकों कस्टर ऑफ केस कहा जाता है। उन्होंने कहा कि पिछली रिपोर्ट में गलती से भारत में कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बताया गया था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।
आपको बता दें कि WHO की रिपोर्ट आने के बाद भारत की ओर से विरोध दर्ज कराया गया था।
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आपको बता दें कि भारत मे? कोरोना वायरस ?? के 6,412 मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि इस जानलेवा बीमारी से 199 लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को यह साफ कर दिया है कि भारत में अभी तक तीसरी स्टेज का खतरा पैदा नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारत के 600 जिलों में से 400 जिलों में अभी तक कोरोना वायरस का कोई प्रभाव नहीं है।
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