अमरीका के लिए ऐसा करना बहुत मुश्किल है। ऐसा इसलिए कि नाटो, रूस, जर्मनी, फ्रांस और चीन से इस मुद्दे पर सहयोग मिलने की उम्मीद नहीं है। इसलिए अमरीका भारत ( America-India) से कई मामलों में सहयोग चाहता है। ताकि भारत के सहयोग से ईरान को दबाव में लेना संभव हो सके।
लेकिन सूत्रों की बात मानें तो भारत न तो रूस से रक्षा सौदा रद्द करेगा न ईरान से तेल आयात पर प्रतिबंध लगा सकता है। ऐसे में अमरीका भारत पर काउंटरिंग अमरिकन एडवर्सरीज थ्रू सैंक्संश एक्ट (CAATSA) के तहत प्रतिबंध लगा सकता है।
पीएम मोदी से मिले अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो, कई मुद्दों पर चर्चा संभव अमरीका को है भारत से इस बात की उम्मीद 1. ईरान को आर्थिक संकट में डालने व राजनयिक दबाव बढ़ाने के लिए अमरीका चाहता है कि भारत ईरान से तेल न खरीदे।
2. भारत को राजी करने के लिए अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो तीन दिनों के लिए भारत यात्रा पर हैं। अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का भारत दौरा शुरू हो चुका है। कुछ देर पहले वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिले हैं। पोम्पियो का प्रयास होगा कि मोदी अमरीका के साथ सहयोग करने के लिए राजी हो जाएं।
3. अपने दौरे के दौरान माइक पोम्पियो भारतीय समकक्ष के साथ कई मुद्दों पर बात करेंगे। इन मुद्दों में ईरान से तेल खरीदने, न खरीदने पर भारत के सामने उत्पन्न संकट, S-400 मिसाइल सिस्टम व अन्य शामिल हैं। पोम्पियो का सबसे ज्यादा जोर इस बात के लिए भारत को मनाना होगा कि वो ईरान से तेल न खरीदे।
4. भारत अपने दोस्त रूस से S-400 मिसाइल सिस्टम खरीदना चाहता है लेकिन अमरीका चाहता है कि भारत रूस से ये हथियार न खरीदकर अमरीका से ही खरीदे। 5. ट्रेड वॉर के बीच अमरीका की मांग है कि भारत उसके प्रोडक्ट पर टैक्स की दरों में छूट दे। ताकि अमरीकी कंपनियों को दिक्कत न आए। अमरीका भारत से ये भी चाहता है कि में उनके देश की सोशल मीडिया व इंटरनेट से जुड़ी कंपनियों को लाइसेंस लेना पड़ता है। इस मांग को दूर किया जाए।
मोहम्मद अली जिन्ना पर ट्वीट कर बुरे फंसे तारिक फतेह भारत की अमरीका से अपेक्षा 1. भारत की मांग है कि H-1 वीजा नियम में उसकी जरूरतों को पूरा किया जाए। इस बदलाव की वजह से अमरीका में रह रहे हजारों भारतीयों पर असर पड़ सकता है।
2. अमरीका का चीन से ट्रेड वार और ईरान से विवाद का असर भारत पर न पड़े। साथ ही भारत को मिलने वाली रियायतों को न रोका जाए। 3. आतंकवाद हमेशा से ही भारत के एजेंडे में रहा है, भारत की मांग है कि अमरीका पाकिस्तान पर सख्ती बरते।