मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ट्वीटर को कंट्रोल नहीं कर सकती तो उसे नेस्तनाबूद करने में लगी हुई हैं। इसी प्रकार मोदी सरकार मुझे कंट्रोल नहीं कर पाती तो हमारी चुनी गई सरकार को हटाने के प्रयास कर रही है। उन्हें अपने इन प्रयासों को तुरंत रोकना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में चुनावों के नतीजों की घोषणा के दिन तथा बाद में कई हिंसा की घटनाएं हुईं जिन्हें भाजपा सहित अन्य विपक्षी दलों ने तृणमूल कांग्रेस द्वारा प्रायोजित बताया। इस हिंसा में कई लोगों की जानें चली गईं तथा कुछ महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटना को भी अंजाम दिया गया।
भाजपा नेताओं तथा कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा एवं महिलाओं के साथ रेप करने के आरोपों पर कोलकाता पुलिस ने कहा था कि ये सभी फेक घटनाएं हैं जिन्हें राज्य में अशांति फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। इस पूरे मुद्दे पर राज्य सरकार ने कुछ लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवाई थी।
भाजपा ने दावा किया था कि उसके 14 कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी जबकि तृणमूल कांग्रेस ने भी अपने 4 कार्यकर्ताओं की हत्या होने की बात कही थी। लगातार कई दिनों तक चली इस हिंसा के बाद राज्य के राज्यपाल ने सरकार को हिंसा बंद करवाने के निर्देश दिए थे।
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि राज्य में आए चक्रवाती तूफान यास के कारण हुए नुकसान की भरपाई की लिए अभी तक केन्द्र सरकार ने राज्य को कुछ नहीं दिया है।