आईएमडी के मुताबिक देश के उत्तरी इलाकों में सर्दियां अपने पैर पसार रही हैं। इस बीच राजधानी दिल्ली समेत आस-पास के राज्यों में शीत लहर की आशंका भी जताई है। इनमें दिल्ली के अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा प्रमुख रूप से शामिल है।
दूसरी तरफ पहाड़ों पर भी बर्फबारी का दौर जारी है। मंगलवार को हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पिति समेत अन्य स्थानों पर अच्छी बर्फबारी हुई है। माना जा रहा है कि इस बर्फबारी के साथ ही मैदानी इलाकों में इसका अच्छा असर देखने को मिलेगा। वहीं उत्तराखंड में भी फ्रेश स्नोफॉल ने तापमान में गिरावट दर्ज कराई है। केदारनाथ और बदरीनाथ धाम 5 इंच से ज्यादा बर्फ की चादर से ढंक गए हैं।
मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार और गुरुवार को देश के दक्षिण राज्यों जैसे रायलसीमा, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, केरल, तटीय कर्नाटक में बारिश के आसार बने हुए हैं। इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों की बात करें तो यहां नगालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा और मिजोरम के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक नवंबर में इस वर्ष कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार बने हुए हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह उत्तर भारत के मैदानी इलाकों की ओर जम्मू और कश्मीर से पश्चिमी विक्षोभ आने को बताया जा रहा है।
मौसम विभाग ने दिसंबर के मध्य से कड़ाके की ठंड शुरू होने की उम्मीद जताई है, जो जनवरी के अंत तक रहने की उम्मीद है। यानी इस बार कड़ाके की ठंड की अवधि अन्य वर्षों के मुकाबले ज्यादा रहने की संभावना जताई गई है। इस अवधि के दौरान, मैदानी इलाकों में कुछ इलाकों पर ओले गिरने की भी संभावना है।