दरअसल दक्षिण और पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में पिछले कुछ दिनों से बारिश देखने को मिल रही है। तमिलनाडु में भी कई इलाकों में बारिश के चलते जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है। बंगाल की खाड़ी में हल्का निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के बाद ये हवाएं इन राज्यों से गुजर रही हैं, ऐसे में यहां हल्की से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं।
मिशन बंगाल पर बड़ी चूक कर बैठे अमित शाह, चुनाव से पहले टीएमसी के हाथ लगा बड़ा मुद्दा इन राज्यों में बारिश के आसारमौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काईमेट के मुताबिक दक्षिण राज्यों के कुछ इलाकों में बारिश अपना असर दिखा सकती है। इनमें तमिलनाडु के चेन्नई समेत कुछ इलाके शामिल हैं। जबकि पुद्दुचेरी और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
उत्तर भारत में लुढ़का पारा
उत्तर भारत में ठंड तेजी से अपने पैर पसार रही है। कई राज्यों में तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है। मैदानी इलाकों में पंजाब से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक तमाम शहर ऐसे हैं जहां पारा गिरते हुए औसत से नीचे पहुंच गया है और समय से पहले ही सर्दी आ गई है।
नवंबर के पहले सप्ताह में ही सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बार नवंबर के महीने में कड़ाके की ठंड शुरू होने की ज्यादा संभावना बनी हुई है। इसकी सबसे बड़ी वजह पश्चिम विक्षोभ है जो उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है।
ऐसे में इन इलाकों में सर्दी बढ़ने के साथ-साथ तेज हवाएं चलने के भी आसार बने हुए हैं। राजधानी दिल्ली में पारा तेजी से लुढ़क रहा है। हालांकि यहां हवाओं में खास परिवर्तन देखने को नहीं मिला है।
‘ला नीना’ के चलते बढ़ रही ठंड पहाड़ी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी के साथ ही प्रशांत महासागर से ‘ला लीना’ प्रभाव ने उत्तर भारत के मौसम में बड़ा परिवर्तन किया है। इन्हीं कारणों के चलते नवंबर के पहले सप्ताह में ही इन उत्तर भारतीय इलाकों के साथ मध्य भारत में सर्दी ने पैर पसार लिए हैं।
दिवाली पर शीतलहर
जानकारों की मानें तो मौसम ने अपनी चाल इसी तरह रखी तो दिवाली पर उत्तर भारत के कुछ इलाकों में शीतलहर भी देखने को मिल सकती है। कोहरे और धुंध का असर
यूपी के ज्यादातर इलाकों में न्यूनतम तापमान में 6 से 7 डिग्री गिरावट दर्ज की गई है। वहीं झारखंड में भी पारा लुढ़कर कुछ इलाकों में 12 तक पहुंच गया है। जबकि राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में न्यूनतम तापमान औसत से नीचे दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो उत्तर भारत के कई राज्यों में अब कोहरे और धुंध का असर भी बढ़ने लगेगा।