मौसम विभाग ने दी बड़ी जानकारी, अगले 5 दिन लू की संभावना नहीं
भारत मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी देते हुए लू से राहत मिलने की बात कही है। इस दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू के गर्म थपेड़े नहीं पड़ेंगे। जबकि कई प्रदेशों में बाहर निकलने से पहले सावधानी बरतना बहुत जरूरी रहेगा।
Weather Update: IMD says No heat wave conditions likely in next 5 days
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी से राहत का संकेत देते हुए कहा कि अगले पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू चलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के शेष हिस्सों, ओडिशा के कुछ और भागों, पश्चिम बंगाल के अधिकांश हिस्सों और झारखंड तथा बिहार के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। हालांकि विभाग ने कई प्रदेशों में लोगों को सावधान रहने के लिए भी चेतावनी दी है।
11 जून को अधिकतम तापमान पश्चिमी राजस्थान के लगभग सभी भागों में, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में, पूर्वी राजस्थान, पंजाब, पश्चिमी मध्य प्रदेश और गुजरात के कुछ भागों में 40 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया।
ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर-पश्चिम भारतीय हिमालय पर मध्यम से भीषण रूप से गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है और अगले 4-5 दिनों के दौरान बिजली गिरने की आशंका और तेज हवाएं चलने की संभावना है। इससे बाहर काम के लिए जाने वाले लोगों और जानवरों को हानि हो सकती है।
बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल तथा उत्तरी ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर अब निम्न दबाव का क्षेत्र स्थित है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुके हुए मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। अगले 2-3 दिनों के दौरान इसके और अधिक व्यापक होने और पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर सम्पूर्ण ओडिशा, झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ में बढ़ने की संभावना है।
निचले क्षोभमंडल स्तरों पर दक्षिण पंजाब से बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के आसपास के तटीय क्षेत्रों पर निम्न दबाव का क्षेत्र पूर्व-पश्चिम के केंद्र तक जाती है। अगले 3-4 दिनों के दौरान पूर्व-पश्चिम में कम दबाव का क्षेत्र बने रहने की संभावना है। इसके अलावा, पश्चिमी तट पर निचले स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं और पश्चिमी तट पर एक अपतटीय कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह स्थिति अगले 4-5 दिनों तक बनी रहने की संभावना है।
मौसम विभाग के बयान के अनुसार, अगले 3-4 दिनों के दौरान ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना में भारी से बहुत भारी वर्षा की आशंका है। अगले 4-5 दिनों के दौरान पश्चिम बंगाल और सिक्किम, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से भीषण वर्षा हो सकती है।
इसके अलावा अगले 5 दिनों के दौरान महाराष्ट्र और गोवा और कर्नाटक के तटीय और आसपास के घाट जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के साथ भीषण वर्षा हो सकती है। 12 से 15 जून के दौरान कोंकण और गोवा में और 14 और 15 जून, 2021 को मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की भी बहुत संभावना है। 12 से 15 तारीख के दौरान केरल में अलग-अलग जगहो पर भी भारी वर्षा होने की उम्मीद है।
इसके अलावा उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली तथा राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बिजली कड़कने और 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है। उत्तर प्रदेश, केरल और माहे और तेलंगाना में भी एक-दो स्थानों पर बिजली कड़कने के साथ 30 से 40 किमी प्रति घंटे तक की गति से हवाएं चल सकती हैं। अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश तथा यनम में एक-दो स्थानों पर बिजली गिरने की आशंका है।
पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर बादलों की गर्जना होने और धूलभरी आंधी चलने की संभावना है। हवाओं की गति 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। कोंकण और गोवा में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ कहीं-कहीं भीषण बारिश होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ छिटपुट स्थानों पर बहुत भारी वर्षा हो सकती है, वहीं उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम, ओडिशा, असम और मेघालय, उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने के आसार हैं।
गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, केरल और माहे, तटीय कर्नाटक और तटीय आंध्र प्रदेश तथा यनम में अलग-अलग जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है।