भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अफगानिस्तान और पाकिस्तान के आसपास बन रहे पश्चिमी विक्षोभ के चलते तूफान जैसे हालात बन रहे हैं। इसका सीधा असर भारत के उत्तरी पहाड़ी इलाकों पर देखने को मिलेगा। वहीं पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी ( Snowfall ) के बीच बारिश का भी पूर्वानुमान लगाया गया है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने बताया पूरा सच, किस तरह हत्थे चढ़ा लालकिला बवाल का मुख्य आरोपी दीप सिद्धू मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते एक बार फिर पहाड़ी राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ नजर आ सकता है। खास तौर पर पहाड़ी राज्यों में तूफानी हवाओं के साथ बर्फबारी के आसार बन रहे हैं।
इन इलाकों में हिमपात के आसार
आईएमडी के मुताबिक जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में 10 फरवरी को बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है। यहां के ऊंचे इलाकों में तेज बर्फबारी होने के आसार जताए गए हैं। इसके साथ ही उत्तराखंड के उत्तरी हिस्से में भी 10 फरवरी को बर्फबारी और बारिश हो सकती है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में हाल ही में आई जल प्रलय के लिहाज से वहां का मौसम राहत कार्य के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इन राज्यों में घना कोहरा कर सकता है परेशान
मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काइमेट के मुताबिक अगले 24 घंटे तक देश के कुछ क्षेत्रों में घने कोहरे की आशंका बनी हुई है। इनमें उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्से शामिल हैं।
आईएमडी ने संभावना जताई है कि 11 फरवरी के बाद इन इलाकों में कोहरा कम होने की उम्मीद है। उत्तर पूर्वी भारत में अगले 4-5 दिनों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी। इससे इस क्षेत्र में ठंड का प्रभाव कम होगा। उत्तर पूर्व में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज किए जाने का अनुमान है। ऐसे में अब यहां सर्द हवाएं भी नहीं चलेंगी।
दिल्ली बिगड़ी हवा की गुणवत्तादिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में कोहरा और शीतलहर के साथ सुबह-शाम की ठंड कायम है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में ठंड फिर बढ़ सकती है।
बंगाल में स्टेज पर भाषण देने पहुंचे जेपी नड्डा के साथ हुई ऐसी घटना, कि फिर कह डाली इतनी बड़ी बात राजधानी की वायु गुणवत्ता पहले से ही ‘बेहद खराब’ श्रेणी में शामिल है और आने वाले समय में इसके और भी अधिक बिगड़ने की संभावना है। आने वाले 4-5 दिनों में शहर के तापमान में भी धीरे-धीरे वृद्धि देखने को मिलेगी।