मौसम विभाग ने कहा है कि शीतलहर का सामना कर रहे उत्तर भारत में तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने के साथ 4 जनवरी से राहत मिलने की संभावना है।
दरअसल अफगानिस्तान और इसके आसपास पश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवाती प्रवाह बना हुआ है। ऐसे में 4 जनवरी तक इसके मध्य पाकिस्तान की ओर बढ़ने की संभावना है। इन प्रभावों के चलते 4 से 6 जनवरी के बीच पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश या बर्फबारी का अनुमान है। जम्मू कश्मीर में भारी बारिश या बर्फबारी हो सकती है। इस अवधि में हिमालय के पश्चिमी क्षेत्र में कुछ जगहों पर ओले पड़ने की भी आशंका है।
दो जनवरी से मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम बदलेगा। तीन से छह जनवरी तक हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है। शनिवार को मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में बारिश होने के आसार बने हुए हैं। ऐसे में इसका सीधा असर ठंड में इजाफे के साथ देखने को मिलेगा।
राजधानी दिल्ली में शीत लहर के प्रकोप के बीच न्यूनतम तापमान 15 साल में सबसे कम रहा। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यही नहीं घने कोहरे के चलते दृश्यता शून्य हो गई।
उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में शनिवार और रविवार को शीतलहर के साथ कोहरा छाए रहने के आसार बने हुए हैं। वहीं पंजाब और हरियाणा में हल्की बारिश का भी पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जताया है।