आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि इस बार अंडमान निकोबार में आने वाला चक्रवाती तूफान मानसून की प्रगति में सहायक साबित होगा। मौसम विभाग के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली में मानसून की सामान्य शुरुआत 23 जून से 27 जून के बीच में होगी।
कोरोना के वाहक बने प्रवासी कामगार, स्पेशल ट्रेन से झारखंड पहुंचा व्यक्ति निकला पॉजिटिव दूसरी ओर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई और कोलकाता में मानसून क्रमश: 10 और 11 जून के बीच पहुंचेगा। चेन्नई में 1 से 4 जून तक इसके पहुंचने की संभावना है।
महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में मानसून’ सामान्य तारीखों की तुलना में 3-7 दिनों की देरी से आएगा।बता दें कि चार महीने का दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्यतया 1 जून को केरल से शुरू होता है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार यह मानसून खरीफ की फसल जैसे धान, मोटे अनाज, दालें और तिलहन बोने के लिए काफी अहम होता है। इसकी शुरुआत भारत में मानसून सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक होता है।
अमरीकी एजेंसी वेदर ने भी भारत में मानसून जल्द दस्तक देने की सूचना दी थी। अनुमान है कि इस साल मानसून की बारिश भी सामान्य से ज्यादा होगी। इस साल मानसून केरल तट से टकराएगा और अल नीनो की बजाए ला नीना की स्थितियां बनेंगी।
इस बार लगातार दूसरी साल सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। पिछले साल मानसून करीब एक सप्ताह की देरी से 8 जून को केरल तट से टकराया था। इस साल मौसम का पूर्वानुमान मानसून में अच्छी बारिश के संकेत दे रहा है।
मानसून किसे कहते हैं? मानसून हिन्द महासागर और अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं। यह भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा कराती हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक सक्रिय रहती है।