दरअसल श्री माता वैष्णो देवी भवन से आठ पुजारियों के कोरोना पॉजिटिव ( Corona Positive ) होने का मामला सामने आया है। इसके चलते 16 अगस्त से शुरू होने वाली वैष्णो देवी ( Mata Vaishno Devi ) यात्रा को असमंजस की स्थिति बन गई है। प्रशासन भी पुजारियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद सकते में आ गया है।
पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान को लगा झटका, आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने दिया बड़ा बयान माता वैष्णो देवी भवन के आठ और पुजारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 48 घंटों में भवन से संबंधित 12 लोग में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है। ऐसा तब हो रहा है जब प्रशासन जल्द ही वैष्णो देवी यात्रा शुरू करने जा रहा है।
प्रशासन ने शुरू की कार्रावाई
कोरोना वयारस संकट के बीच वैष्णो देवी यात्रा को ध्यान में रखते हुए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। प्रशासन ने संक्रमितों के संपर्क में आने वाले सभी कर्मचारियों का कोविड-19 टेस्ट और भवन के सैनिटाइजेशन का काम तेज कर दिया है।
दरअसल इसकी बड़ी वजह है माता वैष्णो देवी यात्रा का तीन दिन बाद शुरू होना बताया जा रहा है। ऐसे में प्रशासन किसी भी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है। आपको बता दें कि मंदिर प्रशासन की ओर से नियमित रूप से पुजारी समेत अन्य कर्मचारियों की जांच करवाई जा रही है। इसी जांच के दौरान अब तक 12 संबंधित लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
संक्रमित पाए गए सभी लोगों में से कुछ पुजारियों को श्राइन बोर्ड के नारायणा अस्पताल में और अन्य को पैंथल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।
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दरअसल वैष्णो देवी की यात्रा पर संकट को लेकर अटकलें बढ़ गई है। इसकी बड़ी वजह है कि बढ़ते कोरोना मरीजों के बीच अगर अगर जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मंदिर के आस-पास के इलाके को बफर जोन या कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया तो श्राइन बोर्ड के लिए श्रद्धालुओं की यात्रा एक बड़ी चुनौती बन जाएगी। हो सकता है इसे एक बार फिर टालना पड़ जाए।