उज्जैन स्थित जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉक्टर राजेंद्रप्रकाश गुप्त के मुताबिक नए वर्ष में कुछ चार ग्रहण लगने वाले हैं। नए वर्ष में ग्रहणों की अद्भुत खगोलीय घटनाओं का सिलसिला मई में शुरू होगा। यानी शुरू के चार महीने में कोई भी ग्रहण नहीं है।
26 मई, 2021 को पहला ग्रहण लगेगा। यह वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण भी होगा। इसके बाद 10 जून 2021 को साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ेगा। इन तारीखों को पड़ेगा दूसरा और तीसरा ग्रहण
नवंबर के महीने में साल का दूसरा चंद्र ग्रहण पड़ेगा। ग्रहण की तारीख 19 नवंबर होगी। जबकि 4 दिसंबर 2021 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण पड़ेगा।
आंशिक रूप से दिखेगा ये ग्रहण
मिली जानकारी के मुताबिक 10 जून को पड़ने वाला ग्रहण भारत में आंशिक रूप से दिखाई देगा। जबकि 19 नवंबर को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण भी भारत समेत कुछ देशों में दिखाई देगा।
आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण तब पड़ता जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है। इस दौरान चंद्रमा सूर्य की रोशनी को पृथ्वी पर आने से रोकता है और चंद्रमा की पृथ्वी पर जो छाया पड़ती है उसे ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। पहला- पूर्ण सूर्य ग्रहण, दूसरा- आंशिक सूर्य ग्रहण और तीसर- वलयाकार सूर्य ग्रहण होता है।
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय स्थिति है। जब सूर्य और चंद्रमा के बीच में पृथ्वी आ जाती है तो चंद्र ग्रहण लगता है। इस दौरान सूर्य की किरणों को सीधे चंद्रमा तक पहुंचने से रोकती है।