मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक मिनिस्ट्री के विधि शाखा में काम कर रहे एक अधिकारी और केंद्रीय यूरोप प्रभाग के एक परामर्श देने वाले कर्मी में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। विदेश मंत्रालय तक पहुंचा कोरोना वायरस, दो कर्मचारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
एयर इंडिया की दिल्ली-मॉस्को फ्लाइट को बीच रास्ते से वापस बुलाया, पीछे थी बड़ी वजह इस बीच कोरोना वायरस के दो पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद मंत्रालय ने अपने सभी कर्मचारियों को संक्रमण के बारे में अवगत कराया। इसके साथ ही उनसे निर्धारित प्रोटोकॉल और एहतियाती उपाय का पालन करने के लिए कहा। पॉजिटिव मामले पाए जाने के बाद कानून विभाग और केंद्रीय यूरोप डिवीजन में सेनिटाइजेशन का काम भी कराया गया। वहीं, अन्य कर्मचारियों ने भी खुद को सेल्फ क्वारंटाइन कर रखा है।
आपको बात दें कि विदेश मंत्रालय की पहल के बाद ही वंदे भारत मिलशन के तहत दुनियाभर में फंसे भारतीयों को वापस लाने का काम चल रहा है। अब तक 50 हजार से ज्यादा विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा चुका है।
मौसम को लेकर सामने आई बड़ी खबर, देश के 12 से ज्यादा राज्यों में बारिश देगी गर्मी से राहत हालांकि इस बीच वंदे भारत मिशन के तहत दिल्ली से मॉस्को जाने वाली एक फ्लाइट को बीच रास्ते में ही वापस बुला लिया गया। इसके पीछे वजह थी फ्लाइट के पायलट में कोरोना संक्रमण की पुष्टि। ये चूक एयर इंडिया के स्टाफ मेंबर की गलती से पॉजिटिव रिपोर्ट को निगेटिव देखने की वजह से हुआ था। हालांकि समय रहते फ्लाइट को उज्बेकिस्तान से वापस बुला लिया गया था। विदेश विभाग ने 13 जून तक वंदे भारत मिशन के तहत 1 लाख भारतीयों को वापस लाने का लक्ष्य रखा है।