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असामाजिक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ की और शांति भंग कर दी
संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि भरसक प्रयोसों के बावजूद, कुछ लोगों ने परेड रूट का खुला उल्लंघन किया और निंदनीय घटनाओं में शामिल रहे। मोर्चा ने कहा कि आंदोलन बेहद शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ की और शांति भंग कर दी। मोर्चे की ओर से कहा गया कि हमने हमेशा शांति व्यवस्था में भरोसा किया है और पहले ही यह कह दिया गया था कि किसी भी तरह के उल्लंघन से किसान आंदोलन को नुकसान पहुंचेगा, बावजूद इसके यह हुआ। किसान नेताओं ने कहा कि कृषि कानूनों के विरोध में छह माह से संघर्ष जारी है, जबकि राजधानी की सीमाओं पर किसान दो महीने से अधिक समय से शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे हैं।
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आंदोलन के दौरान निंदनीय घटनाओं से दूर रहने की अपील
ट्रैक्टर परेड के दौरान मार्ग और नियम कायदों का उल्लंघन करने वालों से हम अपने आप को अलग करते हैं। किसान नेताओं ने कहा कि हम सभी से किसान आंदोलन के दौरान निंदनीय घटनाओं से दूर रहने की अपील करते हैं। मोर्चे की ओर से यह भी कहा गया कि हम इस मामले पर पैनी नजर रखे हुए हैं और इसकी पूरी जानकारी ली जा रही है।