दरअसल, देशभर के हाईवे में लोगों को टोल प्लाजा से सामना करना पड़ता है, जिससे काफी समय और ईंधन बर्बाद होता है। इससे छुटकारा दिलाने के लिए नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में ऐलान करते हुए कहा कि अगले एक साल के भीतचर पूरे देश से टोल प्लाजा पूरी तरह से हट जाएगा।
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बता दें कि ऐसा होने पर अब आपको किसी भी टोल प्लाजा पर रूकना नहीं पड़ेगा, जिससे आपके समय के साथ-साथ ईंधन की भी बचत होगी। नितिन गडकरी ने यह घोषणा बजट सत्र के 11वें दिन लोकसभा में की है। उन्होंने कहा कि अभी पूरे देश में टोल का भुगतान करने के लिए 93 फीसदी वाहन फास्टैग ( FASTag ) का इस्तेमाल करते हैं, जबकि 7 फीसदी नहीं करते हैं और दोगुना टोल का भुगतान किया।
अब इस तरह से होगा टोल का भुगतान
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में कहा कि मैं सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगले एक साल के भीतर देश के सभी टोल बूथों को हटा दिया जाएगा और इसके जगह पर टोल का भुगतान जीपीएस के माध्यम से होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पुलिस को ये जांच करने के आदेश दिए हैं कि किस वाहन में फास्टैग नहीं लगा है। जिस वाहन में FASTag नहीं लगा है उनपर टोल चोरी और जीएसटी भुगतान न करने का मामला दर्ज हो सकता है।
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आपको बता दें कि 15 फरवरी, 2021 से FASTag अनिवार्य हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित किसी भी टोल से गुजरने वाले किसी भी वाहन को एक वैध FASTag नहीं होने पर दोगुना टोल चुकाना पड़ता है। सरकार ने कहा है कि पुराने वाहनों में मुफ्त में FASTag लगाया जाएगा, जबकि नए वाहनों में पहले से ही फिट होंगे। मालूम हो कि FASTag इलेक्ट्रॉनिक भुगतान प्रणाली है, जिसे 2016 में शुरू किया गया था।