भारत की तरफ से वेटलिफ्टिंग (भारोत्तोलन) में इकलौती दावेदार मीराबाई ने महिलाओं की 49 किलोग्राम कैटेगरी में सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही वेटलिफ्टिंग में 21 सालों के बाद पदक जीतने का इंतजार खत्म हुआ। चानू ने क्लीन एवं जर्क में 115 किग्रा और स्नैच में 87 किग्रा से कुल 202 किग्रा वजन उठाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया।
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वह चीन की गोल्ड मेडल विजेता होउ झिहुई के 210 किलो के ओलिंपिक रिकॉर्ड वजन से सिर्फ 8 किलो दूर रह गईं। इससे पहले सिडनी ओलंपिक 2000 में कर्णम मल्लेश्वरी ने देश को भारोत्तोलन में कांस्य पदक दिलाया था। बहरहाल, चानू ने सिल्वर जीत कर जहां एक ओर देश का नाम रोशन किया है वहीं, अब इस सफलता के लिए उनपर इनामों की बारिश होने वाली है।
मीराबाई पर होगी इनामों की बारिश
आपको बता दें कि ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के लिए संबंधित राज्य सरकारों ने मेडल जीतने पर नकद पुरस्कार का ऐलान किया है। वहीं भारतीय ओलंपिक संघ ने भी विजेताओं को कैश प्राइज देने की घोषणा की है। ऐसे में अब जब मीराबाई ने पदक जीत लिया है तो सवाल ये है कि उन्हें कितना इनाम मिलेगा?
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चूंकि मीराबाई मणिपुर से संबंध रखती हैं और पिछले महीने ही मणिपुर सरकार ने ये ऐलान किया था कि टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर 1.20 करोड़ रुपये और सिल्वर मेडल के लिए 1 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा। लिहाजा, मीराबाई को मणिपुर सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये का इनाम मिलेगा।
भारतीय ओलिंपिक संघ (IOA) की ओर से की गई घोषणा के अनुसार, गोल्ड मेडल जीतने पर 75 लाख रुपये, सिल्वर मेडल पर 40 लाख और ब्रॉन्ज मेडल के लिए 25 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। लिहाजा, IOA की ओर से मीराबाई को 40 लाख रुपये का इनाम मिलेगा।