यही वजह है कि अब सीबीआई जांच ( CBI Investigation ) की मांग कई स्तरों से उठने लगी हैं। यहां तक कि यह मामला अब दो सरकारों के बीच विवाद का विषय भी बनने के करीब पहुंच गया है।
माना जा रहा है कि इस मामले में कथित तौर पर कुछ सेलिब्रिटीज व एक कद्दावर नेताओं को बचाने की कोशिश हो रही है। इसलिए महाराष्ट्र सरकार पर सीबीआई जांच से बचने के आरोप लग रहे हैं।
फिलहाल, इस मामले की मुंबई पुलिस ( Mumbai Police ) और बिहार की पुलिस जांच कर रही है। बिहार सरकार ( Bihar Government ) की तरफ से कहा जा चुका है कि उसे सीबीआई जांच करवाने से कोई गुरेज़ नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ( Maharashtra Govt ) सीबीआई जांच की मांग को खारिज कर रही है।
Jammu-Kashmir : स्पेशल स्टेटस रद्द होने के बाद भी नहीं हुआ विकास – Farooq Abdullah बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह हत्या के मामले में उद्धव सरकार ( Uddhav Government ) के इस टालमटोल की वजह से महा विकास अघाड़ी सवाल पर भी इसकी आंच आने लगी हैं। बिहार के नेताओं ने तो साफ कर दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जनता को क्या जवाब देगी। कुल मिलाकर सबसे ज्यादा घाटे में कांग्रेस है। जबकि उसकी सियासी हालात पहले से ही पतली है।
दूसरी तरफ सुशांत सिंह राजपूत ( Sushant Singh Rajput ) की मौत की सीबीआई जांच के नाम पर राजनीति भी हो रही है। इस मामले में सीबीआई जांच की मांग संबंधी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ( Supreme Court ) कह चुका है कि इसकी ज़रूरत नहीं है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई के दौरान कहा कि याचिकाकर्ता बॉम्बे हाईकोर्ट ( Bombay High Court ) में दरख़्वास्त कर मांग कर सकते हैं। इस केस में सीबीआई जांच हो। अब अगर हाईकोर्ट आदेश देता है तो सुशांत केस की जांच सीबीआई के सुपुर्द की जा सकेगी।
Health Ministry : इंटरनेशनल पैसेंजर्स के लिए जारी की नई गाइडलाइंस, Quarantine से छूट के लिए करना होगा ये काम केंद्रीय मंत्री भी सीबीआई जांच के पक्ष में इस मामले में अब मोदी सरकार में बिहार से केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ( Union Minister RK Singh ) और बीजेपी कद्दावर नेता सुब्रमण्यम स्वामी व अन्य दिग्गज हस्तियों ने भी सुशांत की मौत को योजनाबद्ध तरीके से की गई हत्या करार दिया है।
सुशांत की बहन कर चुकी है सीबीआई जांच की मांग दूसरी तरफ कहा ये भी जा रहा है कि पुलिस इस जांच को गलत दिशा में ले जाकर सच पर परदा डालने की कोशिश कर रही है। वहीं, खबरों की मानें तो सुशांत की बहन भी इस मामले में सीबीआई जांच की मांग कर चुकी हैंं अब जानने की बात ये है कि किस तरह इस मामले में जांच सीबीआई के पास जा सकती है।
इस तरीके से जांच अपने हाथ में ले सकती है CBI? किसी भी केस में CBI जांच के लिए जरूरी है कि राज्य सरकार इससे सहमत हो। ऐसा इसलिए कि सीबीआई जांच के लिए संबंधित राज्य सरकार को एक आवेदन जारी करना होता है। राज्य के आवेदन पर केंद्र सरकार जांच की मंज़ूरी देती है।
इसके आलवा मंज़ूरी से पहले केंद्र सरकार उस मामले में सीबीआई का रुख जानती है। दूसरे, सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट किसी केस में सीबीआई जांच के लिए आदेश दे सकते हैं। इसके बाद ही सीबीआई सुशांत केस की जांच अपने हाथ में ले सकती है। बशर्ते जांच करने वाले संबंधित राज्य इस तरह की जांच चाह रहे हों।
Shiv Sena ने वादे किए पूरे, Ram Mandir Trust के खाते में जमा कराए 1 एक करोड़ रुपए चूंकि सुशांत के केस में महाराष्ट्र और बिहार पुलिस जांच कर रही है। इसलिए दोनों की मंज़ूरी की ज़रूरत होगी। तभी केंद्र सरकार सीबीआई जांच का अनुमोदन कर पाएगी।
जहां तक DSPE एक्ट के तहत सीबीआई उन्हीं मामलों में केस की जांच suo-moto अधिकार का उपयोग कर ले सकती अगर मामला केंद्रशासित प्रदेशों से जुड़ा हो।