रिटायर्ड कर्नल संजीव कुमार के मुताबिक तालिबान के अफगानिस्तान की ओर बढ़ते कदम भारत की चिंता बढ़ा सकते हैं। भारत ने अफगानिस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए 3 बिलियन डॉलर का इन्वेस्टमेंट किया है। माना जा रहा है कि तालिबान के बढ़ते कदमों से ये प्रोजेक्ट हॉल्ट हो सकता है। जो आर्थिक रूप से बड़ा झटका भी होगा।
कुमार के मुताबिक अफगानिस्तान में भारत के तकरीबन 2200 लोग अलग-अलग प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। तालिबान के अफगानी इलाकों पर कब्जे के चलते इनकी सुरक्षा भी काफी चुनौतीपूर्ण होने वाली है।
भारत ने वैसे तो अफगानिस्तान में अपने बड़े प्रोजेक्ट करीब पांच वर्ष पहले ही खत्म कर लिए थे। पूर्व भारतीय राकेश सूद के मुताबिक लेकिन अब भी कुछ प्रोजेक्ट हैं जो अफगानस्तान के कई प्रांतों में हैं।
तालिबान शुरू से पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे पर सहयोग करता आया है। ऐसे में तालिबान सत्ता में आता है तो भारत के लिए ये चुनौती खड़ी कर सकता है। हालांकि भारत इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर तरह से निपटने में सक्षम है। हालांकि अभी ये भी तय नहीं है कि तालिबान जीत के बाद पाकिस्तान को पहले की तरह ट्रीट करे।
तालिबान ने भारत को लेकर अपना रुख साफ किया है। हाल में तालिबान ने अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीय लोगों की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है। तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान में रहने वाले भारतीयों को उनसे कोई खतरा नहीं है।
तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद सुहैल शाहीन ने कहा, ‘हम भारतीय राजदूतों और दूतावास को आश्वास्त करना चाहते हैं कि हमारी तरफ से उन्हें खतरा नहीं है। ये हमारा वादा है जो मीडिया में भी है।’