डीयू में दोबारा स्थापित की जाएगी सावरकर की प्रतिमा? सीएए विरोध प्रदर्शनों में सैकड़ों सुरक्षाकर्मी घायल संसद की ओर से 11 दिसंबर 2019 को कानून पारित किए जाने के बाद से सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए 2,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया और लगभग 5,000 को हिरासत में लिया गया। पूरे भारत में सीएए के विरोध प्रदर्शनों में सैकड़ों सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 में सत्ता संभालने के बाद से यह सबसे बड़ा देशव्यापी असंतोष देखने को मिल रहा है।
भाजपा को दिल्ली चुनाव के बाद मिल सकता है नया अध्यक्ष! मुसलमानों को शामिल ना करने का विरोध इस अधिनियम में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न का सामना करने वाले अल्पसंख्यक समुदायों हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है। इसमें मुस्लिमों को शामिल नहीं करने का विरोध हो रहा है।
लोकसभा अध्यक्ष बोले, आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर नए संसद भवन में शुरू होगा सत्र प्रदर्शनों में PFI की भूमिका पर चर्चा सरकार ने हालांकि स्पष्ट किया है कि कानून का मुसलमानों सहित भारत के नागरिकों से कोई लेना-देना नहीं है। सूत्रों ने कहा कि इस बैठक में सीएए विरोध प्रदर्शन के पीछे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की भूमिका के बारे में खुफिया जानकारी का उल्लेख भी किया गया है।