कड़ाके की ठंड के साथ प्रदूषण ने भी दिल्ली में दी दस्तक, पटाखों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध की मांग
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नए साल के जश्न में दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने पर विचार।
विशेषज्ञों के अनुसार हवाओं की गति इतनी नहीं है जो इन कणों को बहा सके।
नई दिल्ली। दिवाली के बाद साल के अंत में एक बार दोबारा प्रदूषण ने दस्तक दी है। इस दौरान ठंड और कोहरा बढ़ रहा है। बढ़ती हुई ठंड से हवा की गुणवत्ता पर असर भी पड़ रहा है।
दिल्ली वालों को प्रदूषण के दूसरे दौर से गुजरना पड़ सकता है। प्रदूषण के बढ़ने से तापमान में गिरावट और साथ ही हवा की धीमी गति है। ऐसे में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान वायु प्रदूषण की गतिविधियों में संभावित वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, एजेंसियों को दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के बारे में न्यायालयों के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करना चाहिए।
विशेषज्ञों के अनुसार हवाओं की गति इतनी नहीं है जो इन कणों को बहा सके। इसलिए ठंड से हो रहे कोहरे में ये धूल के कण मिल जा रहें हैं। इसके कारण हवा की गुणवत्ता काफी खराब हुई है। यही नहीं मौसम के जानकारों के मुताबिक, फिलहाल हवा की गुणवत्ता में सुधार की गुंजाइश नहीं है।
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