नई दिल्ली। गोल्डन गर्ल हिमा दास ( hima das ) को बधाई और आशीर्वाद देकर सद्गुरु ( Sadhguru Congratulate Hima Das ) ने नए विवाद को जन्म दे दिया है। आध्यात्मिक गुरु ने भारत का नाम वैश्विक स्तर पर ऊंचा करने वाली हिमा दास को शुभकामनाएं दीं, लेकिन उन्होंने कुछ ऐसा ट्वीट कर दिया जिसका मतलब कुछ और निकला। बस इसी ट्वीट को लेकर उनकी जबरदस्त खिंचाई भी हो गई।
तकनीकी तौर पर देखा जाए तो सद्गुरु के ट्वीट में कुछ गलत नही है, लेकिन बोलचाल की भाषा यानी स्लैंग्स के नजरिये से देखा जाए तो उनकी टिप्पणी किसी भी सम्मानित व्यक्ति को अपमानित कर सकती है।
सद्गुरु ने कनक वर्षा को अंग्रेजी में गोल्डन शॉवर लिख दिया, जबकि गोल्डन शॉवर एक तरह की गाली है, जिसका अर्थ होता है यौन सुख के लिए किसी पर पेशाब करना। सद्गुरु ने जानबूझकर ऐसा कुछ लिखा हो यह मुमकिन नहीं है। यही वजह है कि कई लोग सद्गुरु के इस ट्वीट को एक भूल से लिखा शब्द बता रहे हैं।
जहां एक तरफ कुछ लोग सद्गुरु के ट्वीट के लिए उन्हें सही गलत समझाने लगे। वहीं, कुछ उनका बचाव भी कर रहे हैं। विरोध करने वालों का मानना है कि सद्गुरु जैसा आध्यात्मिक शख्स ऐसी ‘अशिष्ट’ भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकता है।
इसके उलट सद्गुरु का बचाव करने वाले खेमे का मानना है कि सद्गुरु ने ‘गोल्डन शॉवर’ विशेषण का इस्तेमाल उसके शाब्दिक अर्थ के अनुरूप किया है। उदित राज भी कर चुके टिप्पणी
इससे पहले लोकसभा चुनाव में भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाले उदित राज ने भी हिमा दास को लेकर जाति कार्ड खेला था। उदित राज ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि हिमा दास के सरनेम में दास की जगह मिश्रा, तिवारी, शर्मा होता तो सरकारें करोड़ों रुपए दे देतीं, और सभी चैनलों पर खबरें चलतीं।
इस समय बाढ़ के हालात से गुजर रहे असम के लिए हिमा ने मुख्यमंत्री राहत कोष में अपनी आधी सैलरी दान कर दी है। कॉरपोरेट घरानों से की अपील हिमा की ओर से दिया गया दान इंडियन ऑयन कॉर्पोरेशन से प्राप्त वेतन का हिस्सा है।
आपको बता दें कि हिमा यहां एचआर ऑफिसर के पद पर हैं। उन्होंने ट्वीट करके कॉरपोरेट घरानों से अपील करते हुए कहा कि वे भी दान दें।