स्पूतनिक वी के सरकारी केंद्रों पर भी उपलब्ध होने के बाद माना जा रहा है कि देश के वैक्सीनेशन अभियान ओर गति मिलेगी। दरअसल भारत पहले ही दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन लगाने वाला देश बन चुका है। 35 करोड़ से ज्यादा खुराक देश में लगाई जा चुकी हैं।
अरोड़ा के मुताबिक Sputnik V को -18 डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्टोर करना होता है। ऐसे में देश में पोलियो वैक्सीन रखने में काम आने वाली कोल्ड चेन फैसिलिटीज का इस्तेमाल स्पूतनिक वी स्टोर करने के लिए किया जाएगा।
अरोड़ा की मानें तो कोल्ड चेन फैसिलिटीज से एक और बड़ा फायदा होगा। इसकी मदद से स्पूतनिक वी को ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने में भी मदद मिलेगी। यह भी पढ़ेंः कोरोना को दावत! पहाड़ों पर उमड़ी सैलानियों की भीड़, नहीं मिल रहे होटल में रूम जुलाई तक 50 करोड़ वैक्सीनेशन का टारगेट
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में अरोड़ा ने कहा कि, ‘कोविड वैक्सीनेशन प्रोग्राम आने वाले हफ्ते में स्ट्रीमलाइन हो जाएगा।’ देश में अब तक 34 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। जुलाई खत्म होने तक 12 से 16 करोड़ और डोज लगाई जाएंगी। यानी जुलाई अंत तक देश में 50 करोड़ डोज लगाए जाने का लक्ष्य है।
बता दें कि जनवरी में केंद्र ने कहा था कि जुलाई अंत तक करीब 50 करोड़ डोज लगा दी जाएंगी ताकि प्राथमिकता वाले समूहों को कवर किया जा सके।
अरोड़ा ने ये भी कहा कि आईसीएमआर के मुताबिक देश में तीसरी लहर फरवरी-मार्च 2022 तक आ सकती है। ऐसे में फिलहाल इस लहर से निपटने के लिए हमारे पास 8 महीने का वक्त है।