आपको बता दें कि पिछले 7 दशक में ऐसा तीन बार पहले भी हो चुका है जब गणतंत्र दिवस समारोह बिना अतिथि के मनाया गया। इसमें 1952, 1953 और 1966 में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए किसी को मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया था।
इसके अलावा तीन बार इस समारोह के दो-दो मुख्य अतिथि थे। इनमें वर्ष 1956, 1968 और 1974 में समारोह के दौरान दो-दो मुख्य अतिथि थे। 10 गेस्ट भी पहुंचे
इसके आलावा दो वर्ष पूर्व 2018 में दस एशियाई देशों के शासनाध्यक्षों को समारोह का मुख्य अतिथि बनाया गया था।
गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कोरोना प्रोटोकॉल और सादगी का सख्ती से पालन किया जाएगा। इस अवसर पर निकलने वाला परेड इस बार पहले की तुलना में आधी यात्रा ही करेगी। इसके अलावा इस बार सीमित संख्या में ही लोग परेड का आनंद ले पाएंगे।