उन्होंने कहा कि टीका कब तक प्रभावी हो सकती है, यह उन्हें नहीं मालूम है। वे ये भी नहीं जानते की वायरस के फैलने के क्रम को तोड़ने के लिए कितनी आबादी का टीकाकरण जरूरी है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति में मास्क सबसे अधिक कारगर है, इसलिए वे सभी लोगों से अपील करते है कि मास्क जरूर पहनें। उन्होंने कोरोना के नए स्वरूप पर जवाब देते हुए कहा कि नया कोरोना 60 फीसदी से अधिक संक्रामक है। ब्रिटेन में ये तेजी से फैल रहा है। भारत में भी इससे 29 मरीज संक्रमित हो चुके हैं। इसके लिए हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। हालांकि वे बहुत जल्दी नए वायरस को अलग करने में सक्षम हो सकेंगे।
उन्होंने कहा कि एनआईवी के वैज्ञानिकों ने कोरोना के नए स्ट्रेन को सफलता से अलग कर दिया है और इसे विभिन्न टीकों के साथ परीक्षण किया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि भारत बायोटेक की वैक्सीन कोरोना को इस नए रूप के खिलाफ कारगर होगी।