मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ज्यादातर स्पेशल ट्रेनें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के लिए चलाई जाएंगी। इसके अलावा दिल्ली, मुंबई, सिकंदराबाद, नागपुर, अमृतसर और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएंगी। सूत्रों के मुताबिक, अृमतसर-जयनगर, आनंद विहार-रक्सौल, दिल्ली-गया, दिल्ली-नागपुर, नई दिल्ली-वाराणसी, नई दिल्ली-गाजीपुर सिटी और अमृतसर-कोलकाता स्पेशल ट्रेन शुरू करने की भी योजना है। रेलवे का ये कदम पैसेंजर्स की संख्या में इजाफा करना है।
मालूम हो कि अगस्त 2019 के मुकाबले अगस्त 2020 में केवल 1.2 फीसदी यात्रियों ने ही ट्रेन से सफर किया है। क्योंकि लॉकडाउन के चलते ट्रेनों का संचालन दो से ढाई महीने ठप था। बाद में श्रमिकों के लिए स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई थी। धीरे—धीरे इन्हें बढ़ाया गया। अनलॉक के दौरान रेलवे ने कई नई सेवाएं भी शुरू की। जिसमें किसान रेल सेवा भी शामिल है। किसानों को अनाज एवं फल—सब्जी ले जाने में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के मकसद से इसे शुरू किया गया था। पहले ये ट्रेन साप्ताहिक थी। बाद में इसकी पॉपुलैरिटी को देखते हुए इसके रूट और दिन बढ़ाए गए। इसी तरह प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान भी कई विशेष ट्रेनें चलाई गईं, जिससे स्टूडेंट्स को सहूलियत हो। अभी भी रेलवे की करीब 350 ट्रेनें पटरी पर हैं, जबकि आम दिनों में ये 12 हजार तक होती है। ऐसे में रेलवे यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए चुनिंदा रूटों पर क्लोन ट्रेनें भी चला रहा है।