विभाग 79.38 लाख रुपए की लागत से ऐसी सडक़ पर गड्ढे भरेगा, जिसमें गड्ढे ही नहीं हैं। पत्रिका ने इस सडक़ की पड़ताल की तो पाया कि उक्त सडक़ के किलोमीटर 38/6-8-10, 39, 40, 41, 42, 43, 44, 45, 46, 47, 49, 55, 56, 57, 58, 59, 60, 63 एवं 64 काम कराए जाने के लिए टेंडर निकाला गया है।
रिन्यूअल के बाद निकला रिपेयर का काम
विभाग ने इसी सडक़ के लिए पिछले साल रिन्यूअल का काम निकाला था। इसमें भी काफी गड़बडिय़ां थीं। इन गड़बडिय़ों पर पत्रिका में लगातार खबर प्रकाशन के बाद इंजीनियर इन चीफ ने रायपुर से आकर सडक़ का मुआयना किया था।
जोनल टेंडर में होते हैं ऐसे अप्रत्याशित काम
पीडब्ल्यूडी सामान्य तौर पर सडक़ों या भवनों के अप्रत्याशित कामों के लिए जोनल टेंडर करता है। इसके तहत वे काम कराए जाते हैं जो किसी प्राकृतिक आपदा से निर्मित हो जाते हैं।
ईई से सीधी बात के कुछ अंश
सवाल: 79.38 लाख रुपए के बीटी पैच रिपेयर का टेंडर आपके डिविजन से निकला है?
जवाब : मेरे यहां से नहीं, एसई साहब के यहां से लगा होगा। मेरे यहां से २० लाख तक ही लगता है।
सवाल: प्रपोजल तो आपके यहां से ही गया होगा ना?
जवाब : हां
सवाल : जो किलोमीटर्स लिखे हैं उनमें हमें तो गड्ढे नहीं नजर आए?
जवाब: वर्षा ऋतु से पूर्व की तैयारियों के लिए किए हैं। मैं उसका परमिशन आपको भेज दूंगा, देख लीजिएगा। गड्ढे तो मैं हटा दिया हूं। वैसे इसे मत छापना भाई, रिक्वेस्ट है।
सवाल : गड्ढों की संभावना में भी काम कराते हैं क्या?
जवाब : हो जाएंगे गड्ढे।
सवाल : यह कैसे तय कर सकते हैं कि इन किलोमीटर्स में ही गड्ढे होंगे?
जवाब : बाकी किलोमीटर या तो पीजी (परफॉर्मेंस गारंटी) में होंगे या अभी-अभी बने होंगे।
सवाल : विभाग मानकर चल रहा है कि सडक़ के इन हिस्सों में गड्ढे हो ही जाएंगे?
जवाब : कई वर्षों से इस सडक़ पर काम नहीं हुआ है तो गड्ढे हो ही जाएंगे। हम करते हैं ऐसा। वर्षा ऋतु को देखते हुए।
सवाल : वर्षा ऋतु का जिक्र टेंडर में होगा?
जवाब : टेंडर में तो नहीं होगा लेकिन जो परमिशन मिला है उसमें जरूर होगा। सीई साहब ने मुझे बोला था कि एडीवी (अंबिकापुर-धनवार-वाराणसी) रोड में टेंडर लगा लो गड्ढा हो जाएगा।
सवाल : यानि इस्टीमेट में गड्ढों का जिक्र नहीं है?
जवाब : इस्टीमेेट में वर्षा ऋतु से पूर्व का है। ताकि गड्ढे न हों।
सवाल : कार्य पूर्णता का समय ३ माह दिया हुआ है ये तो बारिश से पहले खत्म हो जाएगा?
जवाब: आचार संहिता में टेंडर नहीं कर पाएंगे। गर्मी में जो पैच बनेंगे उसे करा लेंगे।
सवाल : जब बारिश ही नहीं होगी तो फिर?
जवाब : जहां लगेगा वहां कराएंगे।
सवाल : जोनल टेंडर्स तो ऐेसे ही कामों के लिए किए जाते हैं तो फिर प्रत्याशा में टेंडर की क्या जरूरत थी?
जवाब : जोनल टेंडर हमारे पास फिलहाल कोई नहीं है।
सवाल : तो जोनल टेंडर कर लेते?
जवाब : अब मुझे सीई साहब ने इंस्ट्रक्शन दिया कि एडीवी रोड खराब हो जाएगी तो आप स्पेशिफिक टेंडर लगा लीजिए तो मैंने इस्टीमेट बनाकर भेजा था। परमिशन मिलने के बाद मैंने टेंडर भेजा।
सीई सर से ले लीजिए स्टेटमेंट
मैं आपको कोई स्टेटमेंट नहीं दे रहा हूं। मैं अधिकृत नहीं हूं। आप सीई सर से ले लें। यदि स्टेटमेंट लेना है तो हम मिलकर बात करेंगे। जिस प्रकार से आप क्रॉस कर रहे हैं वैसे में मैं आपसे बात नहीं कर पाउंगा। मैं आता हूं तो बैठकर आपस में बात कर लेते हैं।
संतोष कुमार गुप्ता, ईई, पीडब्ल्यूडी रामानुजगंज