खास बात यह है कि पीएम मोदी ने इस दौरान कोरोना का वो टीका लगवाया, जिसको लेकर लगातार विपक्ष कई सवाल उठाता रहा। पीएम मोदी ने भारत बायोटेक ( Covaxin ) की वैक्सीन लगवाकर ना सिर्फ विपक्ष के सवालों को बल्कि देशवासियों को भी बड़ा संदेश दिया। आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
इस अरबपति को पछाड़ कर मुकेश अंबानी एक बार फिर बने एशिया के सबसे अमीर शख्स, जानिए कितनी हुई कुल संपत्ति देश में 1 मार्च से कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण की शुरुआत हो गई। इस चरण की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। उन्होंने सोमवार सुबह 6.30 बजे दिल्ली स्थित एम्स पहुंचकर कोरोना का पहला टीका लगवा लिया।
पीएम मोदी ने इस दौरान भारत बायोटेक की को-वैक्सीन लगवाई। आपको बता दें कि ये वही वैक्सीन है जिसको लेकर देश में कई प्रकार की बयानबाजी सामने आई थी। यहां तक कि विपक्ष की ओर से भी पीएम मोदी को वैक्सीन लगवाने की चुनौती दी गई थी। पीएम मोदी ने अपने अंदाज के मुताबिक इस चुनौती को स्वीकार किया और चरणबद्ध तरीके से ही इस वैक्सीन को लगवाया।
पीएम मोदी ने जो वैक्सीन लगवाई उसे भारत बायोटेक ने विकसित किया है। विपक्ष की ओर से इस वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने पर काफी सवाल खड़े किए गए थे, साथ ही वैक्सीन की गंभीरता पर भी निशाना साधा गया था।
को-वैक्सीन लगवाकर सवालों पर लगाया विराम
इतना ही नहीं, भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट के बीच भी वैक्सीन को लेकर विवाद हुआ था, लेकिन अब पीएम मोदी ने भारत बायोटेक की ही को-वैक्सीन की डोज लेकर सभी प्रश्न चिन्हों पर लगाम लगा दी है।
ये था कांग्रेस का सवाल
भारत बायोटेक की को-वैक्सीन को जैसे ही आपातकालीन मंजूरी मिली, वैसे ही इसको लेकर सवाल खड़े होना शुरू हो गए। सबसे पहले कांग्रेस ने इस वैक्सीन पर एतराज जताया। कांग्रेस की ओर से कई बार बयान सामने आए।
इसमें कहा गया है कि देश में वैक्सीन के प्रति विश्वास जगाने के लिए सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही वैक्सीन लगवानी चाहिए। कांग्रेस नेता अजीत शर्मा ने वैक्सीनेशन के शुरुआत में ही ये बयान दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को सबसे पहले वैक्सीन लगवानी चाहिए।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने भी अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिक्र किया था कि दुनिया के कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष वैक्सीन लगवा रहे हैं, क्या भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वैक्सीन को लगवाएंगे।
सपा ने बताया बीजेपी की वैक्सीन
को-वैक्सीन को लेकर समाजवादी पार्टी ने बड़े सवाल खड़े किए। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तो इस टीके को बीजेपी की वैक्सीन करार दिया था। अखिलेश यादव ने कहा था कि उन्हें बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है, ऐसे में जब उनकी सरकार आएगी तो वो सभी को मुफ्त में वैक्सीन लगवाएंगे।
सरकारी नियमों का उल्लंघन इस दंपती को पड़ गया महंगा, जानिए कौनसा नियम तोड़ने पर भरना पड़ रहा 1 करोड़ रुपए से ज्यादा का जुर्माना डॉक्टरों ने भी जताया था एतराजआपको बता दें कि को-वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी के बाद से ही इसको लेकर साइड इफेक्ट्स की बातें भी सामने आने लगीं थी। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कुछ डॉक्टरों ने भी इस वैक्सीन को लगवाने से इनकार करते हुए कोविशील्ड के इस्तेमाल पर जोर दिया था।
हालांकि पीएम मोदी ने ना सिर्फ विपक्ष बल्कि उन लोगों को भी बड़ा संदेश दिया है जो इस वैक्सीन की गंभीरता पर सवाल खड़े कर रहे थे। पीएम मोदी ने बताया कि ये वैक्सीन पूरी तरह सेफ है और हर कोई इसे जरूर लगवाए।
आपको बता दें कि सोमवार को भारत में वैक्सीनेशन 2.0 का आगाज हुआ है। इसके तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीन दी जाएगी, साथ ही 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले (20 गंभीर बीमारी वाले) लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।