वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस ( Coronavirus in india ) से पूरा देश लड़ रहा है। इस लड़ाई सबसे बड़ी भूमिका हमारे कोरोना वॉरियर्स ( Corona warriors) की है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा यह शत्रु अदृश्य जरूर है, लेकिन कोरोना वॉरियर्स और मेडिकल वर्कर्स अजेय हैं, जिनसे कोरोना वायरस जीत नहीं सकता। उन्होंने कहा कि अज्ञात दुश्मन और अजेय कोरोना वॉरियर्स के बीच चल रहे इस युद्ध में विजयश्री मेडिकल योद्धा को ही मिलेगी। उन्होंने कहा कि
फ्रंटलाइन वर्कर्स के खिलाफ हिंसा, दुर्व्यवहार को स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं इसे स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि फ्रंटलाइन वर्कर्स के खिलाफ हिंसा, दुर्व्यवहार व अशिष्ट व्यवहार स्वीकार्य नहीं किजा जा सकता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में कहा कि कहा कि देश के सभी राज्यों के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज या स्नातकोत्तर चिकित्सा संस्थान सुनिश्चित करने के लिए काम चल रहा है। देश ने 22 और एम्स के निर्माण की दिशा में तेजी से काम चल रहा है। इसके साथ ही पिछले पांच सालों के भीतर एमबीबीएस में 30,000 और सीटों का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही पोस्ट ग्रेजुएशन में 15,000 और सीटों को जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट को लेकर दो महीने से ज्यादा के लॉकडाउन के बाद अब देश में आर्थिक हालात और अन्य सामाजिक गतिविधियों को धीरे—धीरे को खोला जा रहा है।