विपक्ष लगातार सरकार को घेर रही है। तीनों कृषि कानूनों पर किसानों का विरोध झेल रही मोदी सरकार अब पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ लोगों के गुस्से का शिकार नहीं होना चाहती है। ऐसे में मोदी सरकार बहुत जल्द ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाने वाली है।
पहले कोरोना ने आर्थिक रूप से तोड़ा, फिर सिलेंडर की गुपचुप सब्सिडी बंद, अब पेट्रोल-डीजल के दाम बेलगाम
बताया जा रहा है कि मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल पर टैक्स ( Petrol And Diesel Tax ) घटाने के बारे में विचार कर रही है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाने वाली है, ताकि आम नागरिकों पर पड़ रहे आर्थिक बोझ को कम किया जा सके। बता दें कि राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में इन राज्यों में चुनाव प्रचार के दौरान ईधन की बढ़ती कीमतों का मुद्दा गरमा सकता है। लिहाजा सरकार उससे पहले कुछ कदम उठा सकती है।
एक साल में दो बार बढ़ा टैक्स
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट्स में बताया गया है कि तेल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए वित्त मंत्रालय ने कुछ राज्यों, पेट्रोलियम मंत्रालय और तेल कंपनियों से बातचीत शुरू की है। केंद्र सरकार ने पिछले एक साल में पेट्रोल और डीजल पर दो बार टैक्स बढ़ाया है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगभग 60 फीसदी हिस्सा अलग-अलग प्रकार के टैक्स का होता है।
पिछले 10 महीनों में कच्चे तेल का दाम दोगुना हो गया है, जिसका सीधा असर पेट्रोल-डीजल के भाव पर दिख रहा है। भारत में करीब 36 रुपये लीटर की लागत में आने वाला पेट्रोल राजधानी दिल्ली में 91 रुपये के आसपास बिक रहा है यानी कि इसमें करीब 55 रुपये का टैक्स वसूला जा रहा है। बता दें कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ईंधन उपभोक्ता है।
मालूम हो कि आज (मंगलवार) तीसरा दिन है, जब पेट्रोल-डीजल कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 91.17 रुपये जबकि डीजल 81.47 रुपये में बिक रहा है। वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई की बात करें तो यहां पर पेट्रोल की कीमत 97.57 रुपये और डीजल की कीमत 88.60 रुपये प्रति लीटर है।